बीजिंग. चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सेना से सशस्त्र बलों के उच्च गुणवत्ता वाले विकास को बढ़ावा देने के लिए उसकी प्रबंधन प्रथाओं में सुधार करने को कहा है। चीन के सरकारी मीडिया ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। शिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार देश की सेना के प्रमुख की भी जिम्मेदारी संभालने वाले शी ने सशस्त्र बलों के रणनीतिक प्रबंधन प्रशिक्षण पर टेली-कॉन्फ्रेंस में ये महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
सैन्य आधुनिकीकरण पर उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन का भारत के साथ तनाव चल रहा है और दक्षिण तथा पूर्वी चीन सागरों में चीन के शक्ति प्रदर्शन समेत अनेक विषयों पर अमेरिका के साथ उसके मतभेद हैं।
सशस्त्र बलों के लिए रणनीतिक प्रबंधन प्रशिक्षण के महत्व पर जोर देते हुए चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव शी ने कहा कि प्रबंधन अवधारणाओं को उन्नत करने के लिए उद्देश्यों, समस्याओं तथा परिणामों पर केंद्रित एवं रणनीतक प्रबंधन की प्रणाली को सुधारने की दिशा में प्रयास होने चाहिए।
चीनी राष्ट्रपति के बयान ऐसे समय में आए हैं जब जन मुक्ति सेना (पीएलए) ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बहुत आक्रामक रुख अपना रखा है और अपने दावे कर रहा है जिसे भारत ने 3,488 किलोमीटर लंबी एलएसी के प्रबंधन के समस्त समझौतों का उल्लंघन करने वाला बताता है।
शिन्हुआ के अनुसार शी ने सशस्त्र बलों के लिए 13वीं पंचवर्षीय योजना को पूरी तरह लागू करने तथा सैन्य विकास के लिए 14वीं पंचवर्षीय योजना की रूपरेखा को आगे बढ़ाने की जरूरत बताई। चीन ने हाल ही में इस साल के रक्षा सैन्य बजट को मंजूरी प्रदान की थी जो करीब 1.27 हजार अरब युआन (करीब 179 अरब डॉलर) का है। पिछले साल यह बजट 177.61 डॉलर का था। शी 2012 में सत्ता में आने के बाद से सैनिकों की युद्ध तैयारियों पर जोर दे रहे हैं।