बीजिंग: कुलभूषण जाधव मामले में भारत के पक्ष में फैसला आने के साथ ही पाकिस्तान का चेहरा अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक बार फिर बेनकाब हो गया। इस फैसले से पाकिस्तान को शर्मिंदगी महसूस हुई या नहीं यह तो वक्त बताएगा, लेकिन उसके एक दोस्त ने इस मामले में उसका साथ नहीं दिया। जी हां, अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (ICJ) ने बुधवार को जो फैसला सुनाया है उसमें चीन की जज बहुमत के साथ हैं जिसे पाकिस्तान के लिए एक झटका माना जा रहा है।
ICJ में जज शुए हांकिन्स का मत 16 सदस्यीय पीठ में 15 जजों के मतों में शामिल है और उनके फैसले पर यहां अभी तत्काल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है। लेकिन इसे चीन में भारत की राजनयिक जीत के तौर पर देखा जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (ICJ) ने बुधवार को व्यवस्था दी कि पाकिस्तान को भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को सुनाई गयी फांसी की सजा पर प्रभावी तरीके से फिर से विचार करना चाहिए और राजनयिक पहुंच प्रदान करनी चाहिए। इसे भारत के लिए बड़ी जीत माना जा रहा है।
भारतीय नौसेना के रिटायर्ड अफसर जाधव (49) को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने अप्रैल 2017 में बंद कमरे में सुनवाई के बाद जासूसी और आतंकवाद के आरोपों पर फांसी की सजा सुनाई थी। इस पर भारत में काफी गुस्सा देखने को मिला था। ICJ के अध्यक्ष जज अब्दुलकावी अहमद यूसुफ की अगुवाई वाली 16 सदस्यीय पीठ ने जाधव को दोषी ठहराए जाने और उन्हें सुनाई गई सजा की ‘प्रभावी समीक्षा करने और उस पर पुनर्विचार करने’ का आदेश दिया। जज के अलावा शुए (64)चीन के विदेश मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारी के तौर पर सेवांए दे चुकी हैं।