लद्दाख में एलएसी पर विवाद के बीच चीन की नई पैंतरेबाजी सामने आ रही है। मॉस्को में चल रही एससीओ बैठक के बीच चीन के रक्षा मंत्री वे फेंग ने भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से शुक्रवार को मिलने की इच्छा जताई है। फेंग ने भारतीय पक्ष से मिलने का समय मांगा है। चीनी रक्षा मंत्री वे फेंग चीन के सेंट्रल मिलिटरी कमीशन के चार सदस्यों में एक हैं जिनका पद काफी अहम होता है। इस कमीशन की अध्यक्षता राष्ट्रपति शी जिनपिंग करते हैं जबकि इसके बाकी सदस्यों में शु किलियांग और झांग यूक्जिया के नाम शामिल हैं।
बता दें कि मॉस्को में चल रहे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में दोनों देशों के रक्षामंत्री मौजूद हैं। इससे पहले गुरुवार को राजनाथ सिंह की मुलाकात रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोइगु के साथ हुई है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, भारत-चीन सीमा विवाद का हल कूटनीतिक दायरे में निकालना होगा
भारत और चीन की फौज पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर एक-दूसरे के समक्ष डटी हुई है, ऐसे दौर में चीनी रक्षा ने राजनाथ सिंह से मिलने की इच्छा जताना कई मायनों में अहम है। मॉस्को रवाना होने से पहले ही सरकार की ओर से बयान आया था कि रूस में चीन से बातचीत का कोई एजेंडा नहीं है। मई और जून में सीमा पर घुसपैठ और जून में भारत चीन की सेनाओं के बीच संघर्ष के बाद दोनों देश कई दौर की बातचीत कर चुके हैं। राजनयिक और सैन्य स्तर पर कई दौर की वार्ता भी हो चुकी है। उधर मॉस्को में एससीओ की बैठक में राजनाथ सिंह मौजूद हैं तो दूसरी ओर 10 सितंबर को विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी मॉस्को पहुंचने वाले हैं। जयशंकर एससीओ में विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेंगे।
रूसी रक्षा मंत्री से राजनाथ सिंह ने की बैठक
रूस के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे राजनाथ सिंह ने गुरुवार को रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोयगू के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक की। सिंह ने पहले हुए समझौतों के तहत रूस द्वारा भारत को कई हथियार प्रणालियों, गोला बारूद और कल पुर्जों की आपूर्ति में तेजी लाने के लिए दबाव डाला। राजनाथ सिंह ने ट्वीट करके कहा कि शोयगू के साथ उनकी वार्ता शानदार रही। उन्होंने एक ट्वीट करके कहा, 'आज मास्को में रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोयगू के साथ बैठक शानदार रही। हमने कई मुद्दों पर बात की, विशेष रूप से इस पर कि दोनों देशों के बीच रक्षा और रणनीतिक सहयोग को कैसे और गहरा किया जाए।'
राजनाथ का दूसरा चीन दौरा
पूर्वी लद्दाख में मई महीने से भारत और चीन की सेना एक दूसरे के आमने-सामने है। इस घटनाक्रम के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का यह दूसरा रूस दौरा है। एससीओ में रक्षा मंत्रियों की बैठक का मकसद आतंकवाद जैसे मुद्दे से निपटने के लिए आपसी सहयोग बढ़ाना है। एससीओ में भारत, चीन, रूस, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान जैसे सदस्य देश शामिल हैं।