पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस के गंभीर संकट से जूझ रही है। अमेरिका सहित कई देश इस विभीषिका के लिए चीन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। हालांकि चीन इस बार से हमेशा इंकार करता रहा है। लेकिन चीन की एक सिटीजन जर्नलिस्ट ने सबसे पहली बार कारोना की खबर दुनिया को दी थी। लेकिन झांग झान नाम की इस पूर्व वकील और सिटीजन जर्नलिस्ट को अपनी इस रिपोर्टिंग का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार चीन की अदालत ने झांग झान को 4 साल की कैद की सजा सुनाई है।
हुबेई प्रांत के वुहान शहर में कोरोना वायरस महामारी पर रिपोर्टिंग करने वाली एक महिला पत्रकार को चीन ने पिछले कई महीनों से जेल में बंद कर रखा है। उस पर कोरोना वायरस को लेकर गलत जानकारी फैलाने का आरोप तय हो गया है और 4 साल की जेल की सजा की सुनाई गई है।
37 साल की महिला पत्रकार झांग झान को कोरोना महामारी पर स्टोरी कवर करने के दौरान वहां की स्थानीय पुलिस ने मई में गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद उन्हें शंघाई ले जाया गया। बता दें कि कोरोना का सबसे पहला मामला इसी वुहान शहर में आया था। इस सप्ताह जारी किए गए अभियोग पत्र के अनुसार, झांग पर आरोप है कि उन्होंने झगड़ा किया और प्रशासन के लिए मुश्किलें पैदा कीं। इसके अलावा, महामारी को लेकर मनगढ़ंत खबरें फैलाले का आरोप है। बता दें कि ये आरोप चीन में कार्यकर्ताओं और पत्रकारों के खिलाफ अक्सर लगाए जाते हैं और इसी के तहत उन्हें जेल भेजा जाता है।