बीजिंग: चीन ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि वह हांगकांग की प्रशासनिक व्यवस्था को चुनौती देने वाली किसी भी गतिविधि को और इस अर्द्ध स्वायत्त क्षेत्र के मामलों में कोई भी विदेशी दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं करेगा। चीन ने यह भी कहा कि वह इस शहर में देशभक्ति की भावना बढ़ाने की योजनाएं लेकर आया है। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के एक वरिष्ठ सदस्य के मुताबिक, राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अध्यक्षता में हुई पार्टी की चार दिवसीय बैठक में इस अर्द्ध स्वायत्त क्षेत्र में अशांति पर भी चर्चा हुई।
बीजिंग ने यह भी कहा कि हांगकांग के मामलों में कोई भी विदेशी दखलंदाजी वह बर्दाश्त नहीं करेगा। बीजिंग स्थित केंद्र सरकार ने अभी तक हांगकांग की प्रशासक केरी लाम पर भरोसा जताया है और शहर की पुलिस ने हिंसक प्रर्दशनों के बढ़ने पर रोक लगाई है। हालांकि, सभी नजरें इस ओर टिकी हैं कि प्रदर्शनों के नियंत्रण से बाहर होने की स्थिति में क्या पार्टी नेतृत्व और अधिक सख्त कदम उठाएगा।
गौरतलब है कि कभी ब्रिटेन के उपनिवेश रहे हांगकांग में नागरिकों के बुनियादी अधिकारों को लेकर महीनों से प्रदर्शन हो रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में लाखों लोगों ने सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। एक विवादास्पद प्रत्यर्पण विधेयक के खिलाफ ये प्रदर्शन हुए।
हांगकांग, मकाऊ एवं बुनियादी कानून आयोग के निदेशक शेन चुनयाओ ने कहा कि बीजिंग की बैठक में पार्टी नेतृत्व इस बात पर सहमत हुआ कि क्षेत्र पर शासन की केंद्र सरकार की प्रणाली को और बेहतर किया जाए और इसकी स्थिरता को कायम रखा जाए।
उन्होंने कहा कि चीन ऐसी किसी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगा जो देश के टुकड़े करती हो या राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालती हो। वहीं, लोकतंत्र समर्थक जनप्रतिनिधि क्लाउडिया मो ने कहा कि शहर के प्रशासक को चुनने के तरीके में सुधार करने संबंधी बीजिंग की टिप्पणी जुबानी भर है।