शंघाई: अपनी अर्थव्यवस्था के दरवाजे बंद रखने के चलते चीन को अक्सर आलोचना झेलनी पड़ती है। अमेरिका ने इसी को मुद्दा बनाकर बीते कुछ महीनों में चीन को लगातार निशाना बनाया है। इन्हीं सबके बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिकी सरकार पर निशाना साधते हुये सोमवार को चीन की अर्थव्यवस्था के दरवाजे अन्य देशों के लिए खोलने का ऐलान कर दिया। जिनपिंग ने आयात मेले का उद्घाटन करते हुए इन आरोपों को खारिज कर दिया कि उनकी सरकार सुधारों से पीछे हट रही है।
जिनपिंग ने कहा कि चीन आयात की घरेलू खपत को बढ़ाने, शुल्क को कम करने, सीमा शुल्क प्रक्रिया को आसान बनाने और बौद्धिक संपदा अधिकारों का उल्लंघन करने पर कठोर दंड लगने समेत अन्य उपायों के लिए जरूरी ‘कदम’ उठाएगा। शंघाई में आयात मेले के उद्धाटन सत्र को संबोधित करते हुये चीन के राष्ट्रपति ने कहा, ‘हम विश्व-स्तरीय कारोबारी माहौल को बढ़ावा देंगे।’ हालांकि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से की गई टिप्पणियों पर भी निशाना साधा।
दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार मोर्चे पर तनाव जारी है। ‘संरक्षणवाद’, ‘अलगाववाद’ और ‘टकराव’ की निंदा करते हुए जिनपिंग ने कहा कि जो दूसरे देशों पर निशाना साधते हैं, उन्हें पहले अपने घर में मौजूद दिक्कतों को ठीक करना चाहिये। शी ने कहा, ‘उन्हें अपनी समस्याओं के लिए सिर्फ दूसरों पर उंगली नहीं उठानी चाहिए। ऐसे लोग हाथ में टॉर्च लेकर बस दूसरों की कमजोरियां बता रहे हैं अपनी कमजोरियों को नहीं देख रहे हैं।’
आयात मेले के आयोजकों ने कहा कि इस प्रदर्शनी में अमेरिका, यूरोप, और एशिया समेत करीब 130 देशों की विदेशी कंपनियां चीनी खरीदारों के सामने अपने उत्पाद रखेंगी। जिनपिंग ने कहा कि यह आयात मेला यह साबित करता है कि चीन अन्य देशों के साथ अपने व्यापार अधिशेष को कम करने का इच्छुक है।