बीजिंग: चीन अपने विशेष दूत को उत्तर कोरिया भेजेगा। चीन के सरकारी मीडिया ने आज यह जानकारी दी। गौरतलब है कि हाल ही में समाप्त हुए अपने एशिया दौरे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्योंगयांग की ओर से मिलने वाली परमाणु धमकियों के खिलाफ समर्थन जुटाने का प्रयास किया है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग के विशेष दूत सोंग ताओ शुक्रवार को उत्तर कोरिया जाने वाले हैं, वहां वह चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी की पिछले महीने हुई कांग्रेस के बारे में चर्चा करेंगे। शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने यह जानकारी दी। (संसाधनों का इस्तेमाल परमाणु हथियारों के लिए करने पर UN ने की उत्तर कोरिया की निंदा)
यह घोषणा ट्रंप के पांच दिवसीय एशिया दौरे के समापन के एक दिन बाद की गई। इस दौरे में ट्रंप ने शी से भी मुलाकात की थी और अपने चीनी समकक्ष से कहा था कि वह उत्तर कोरिया पर लगाम लगाने के लिए जल्द कुछ करें, साथ ही चेतावनी दी थी कि समय तेजी से निकलता जा रहा है।
अमेरिकी प्रशासन का मानना है कि उत्तर कोरिया को चीन से मिलने वाला आर्थिक फायदा प्योंगयांग के परमाणु हथियारों और मिसाइल कार्यक्रमों पर रोक लगाने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। ट्रंप ने रविवार को कहा, शी ने उन्हें बताया है कि वह उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रतिबंधों को बढ़ा रहा है। हालांकि चीन ने नए दंडात्मक कदमों की कोई घोषणा नहीं की है।