बीजिंग: चीन ने पारस्परिक सम्मान और एक-दूसरे के हितों के प्रति संवेदनशीलता के आधार पर बीजिंग के साथ मतभेदों को सुलझाने की भारत की इच्छा को ‘सकारात्मक’ बताकर उसका स्वागत किया। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग की टिप्पणी तब आई जब भारत ने कहा कि वह मतभेदों से पारस्परिक सम्मान और एक-दूसरे के हितों के प्रति संवेदनशीलता से निपटने के दौरान समानता के आधार पर संबंधों को विकसित करने के लिए चीन के साथ काम करने को इच्छुक है।
द्विपक्षीय संबंधों पर चीनी विदेश मंत्री वांग यी की हालिया टिप्पणी पर भारत की प्रतिक्रिया से जुड़े एक सवाल के जवाब में लू ने कहा, ‘हमने भारतीय पक्ष की तरफ से इस तरह की सकारात्मक टिप्पणी पर गौर किया है। हम अपने पारस्परिक राजनैतिक भरोसे में सुधार, पारस्परिक लाभकारी सहयोग को बढ़ाने, अपने मतभेदों से प्रभावी तरीके से निपटने और हमारे संबंधों के विकास के लिए सही पथ सुनिश्चित करने के लिए मार्गदर्शक के तौर पर दोनों नेतृत्व के बीच महत्वपूर्ण आम सहमति बनाने के लिए भारतीय पक्ष के साथ काम करने के इच्छुक हैं।’
उन्होंने कहा कि वांग ने भारत के साथ चीन के संबंधों पर उसके बुनियादी रुख के बारे में विस्तार से बातें रखी हैं। वांग ने अपने वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि भारत और चीन को संदेह छोड़ना चाहिए और बैठक के जरिए मतभेदों को दूर करना चाहिए। इस बयान के जरिए वांग ने डोकलाम विवाद के बाद नई दिल्ली के खिलाफ चीन द्वारा अपनाए गए सख्त रुख में नरमी का संकेत दिया था।