बीजिंग: चीन ने अमेरिका द्वारा चीनी कंपनियों और लोगों पर प्रतिबंध लगाने के कदम की निंदा करते हुए उसे इस खेल को तुरंत रोकने का आग्रह किया है। अमेरिका ने शुक्रवार को उत्तर कोरिया के 56 जहाजों, शिपिंग कंपनियों और उद्यमों पर भारी प्रतिबंध लगा दिया, जिनसे चीनी कंपनियां और चीनी लोग भी जुड़े हुए हैं। प्रतिबंधित कंपनियां और जहाज अमेरिका और उसके मित्र देशों में कारोबार नहीं कर सकेंगे और इसके अलावा इन्हें बंदरगाहों पर लंगर डालने से भी रोका जा सकता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने शनिवार को कहा, ‘चीन अमेरिका के अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर प्रतिबंध लगाने और चीनी उद्यमों और लोगों पर प्रतिबंध लगाने का कड़ा विरोध करता है।’ गेंग ने कहा कि चीन उत्तर कोरिया से जुड़े संयुक्त राष्ट्र के प्रासंगिक प्रस्तावों को पूरी तरह पालन करता रहा है और अपनी जिम्मेदारियों को निभाता रहा है। उन्होंने कहा कि चीन ने कभी अपने देश के नागरिकों और कंपनियों को ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल होने की अनुमति नहीं दी, जिनसे संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों का उल्लंघन होता है। गेंग ने साथ ही कहा कि किसी भी प्रकार के उल्लंघन को सख्ती से निपटा जाएगा।
गेंग ने कहा, ‘हमने इस मामले में संयुक्त राष्ट्र में अपना रुख रखा है और अमेरिका को यह गलत हरकत बंद करने को कहा है, ताकि दोनों पक्षों के बीच सहयोग कम होने की नौबत न आए।’ वहीं, इन प्रतिबंधों पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि इनका उद्देश्य उत्तर कोरिया को उसके परमाणु हथियारों के विकास से रोकना है।