बीजिंग: ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के मामले सामने आने के बाद से कई दूसरे देश उससे हवाई संपर्क फिलहाल के लिए तोड़ रहे हैं। कई देशों ने ब्रिटेन आने-जाने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है। ऐसे में चीन ने भी ब्रिटेन आने-जाने वाली सभी उड़ानों को निलंबित करने की फैसला किया है। चीन के विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह घोषणा की।
ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए प्रकार (न्यू स्ट्रेन) के पाए जाने के बाद कई देशों ने ब्रिटेन के साथ हवाई यात्रा पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि, चीनी विदेश मंत्रालय ने उड़ान निलंबन कब से शुरू होगा, इसका विवरण नहीं दिया है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस का ये नया प्रकार यानी स्ट्रेन ब्रिटेन में आउट ऑफ कंट्रोल होता जा रहा है, जिसकी वजह से यह एक बार फिर लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा है। कोरोना का नया स्ट्रेन न सिर्फ ब्रिटेन बल्कि इटली, नीदरलैंड, डेनमार्क, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में भी फैल गया है।
नया स्ट्रेन कितना ख़तरनाक, क्या होगा वैक्सीन का असर?
- ये तेज़ी से वायरस के दूसरे प्रकारों की जगह ले रहा है, हो सकता है कि वायरस के उन हिस्सों में बदलाव हो रहा है जो महत्वपूर्ण होते हैं।
- ब्रिटेन में अभी वायरस का जो प्रकार मिल रहा है वो बहुत ज़्यादा बदला हुआ है।
- इसकी सबसे बड़ी वजह ये हो सकती है कि ये किसी ऐसे रोगी के शरीर में बदला जिसकी प्रतिरोधी क्षमता कमज़ोर थी जिससे वो वायरस को नहीं मार सका।
- ऐसे रोगियों के शरीर में ही इस वायरस ने मज़बूत होकर अपना रूप बदल लिया।
- डॉक्टरों का मानना है कि वायरस वैक्सीन से बचने की कगार पर है, वो उस दिशा में कुछ क़दम आगे बढ़ चुका है।
- दरअसल वायरस वैक्सीन से बचने के लिए अपना रूप बदलता है जिससे वैक्सीन पूरी तरह कारगर नहीं हो पाती।
- ऐसे में अभी जो कुछ हो रहा है वो सबसे ज़्यादा चिंता की बात बन जाती है।
- ब्रिटेन की ग्लास्गो यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर ने बताया कि हो सकता है कि वायरस ऐसा म्यूटेंट बना ले जो वैक्सीन से बच जाता हो।
- ऐसा हुआ तो फिर स्थिति फ़्लू के जैसी हो जाएगी, जहां वैक्सीन को नियमित रूप से अपडेट करना पड़ता है।
- अच्छी बात ये है कि अभी जो भी वैक्सीन हैं उनमें बदलाव बड़ी आसानी से किया जा सकता है।
गौरतलब है कि मंगलवार को लंदन में चीनी वीजा एप्लीकेशन सर्विस सेंटर ने कहा कि वह अगली सूचना तक अपनी सेवा निलंबित कर रहे हैं। ब्रिटेन से गैर चीनी पासपोर्ट धारकों को नवंबर में ही चीन यात्रा करने से प्रतिबंधित कर दिया गया था।