बीजिंग: अपनी हरकतों से बाज न आते हुए चीन ने एक बार फिर पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के मुखिया मसूद अजहर पर भारत के रुख से उलट जाने का फैसला किया है। भारत को फिर से झटका देते हुए चीन ने इस सप्ताह संयुक्त राष्ट्र में मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने संबंधित अमेरिकी प्रस्ताव को रोकने का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र में कई बार लाया गया है, और हर बार चीन भारत की कोशिशों पर अड़ंगा लगा देता है।
चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 1267 समिति को अभी भी मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किए जाने पर आम सहमति बनानी है। अजहर पिछले वर्ष पठानकोट हमले का मुख्य साजिशकर्ता था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, ‘प्रासंगिक देश के आवेदन को सूचीबद्ध करने को लेकर कई असहमतियां हैं। चीन ने इसे तकनीकी रूप से रोका है, ताकि इस मुद्दे पर चर्चा के लिए और ज्यादा समय मिल सके। समिति को अभी भी आम सहमति तक पहुंचने में वक्त लगेगा।’ चीन ने मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किए जाने के भारत के प्रयास को लगातार विफल किया है।
बीजिंग द्वारा पिछले वर्ष इस संबंध में भारत के आवेदन को बाधिक करने और तकनीकी रूप से रोकने के बाद अमेरिका ने इस वर्ष जनवरी में फ्रांस और ब्रिटेन के समर्थन से अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किए जाने के संबंध में नया प्रस्ताव पेश किया। बीजिंग ने दोबारा इस मामले को अगस्त तक तकनीकी रूप से रोक दिया था और इसे आगे 3 महीनों तक के लिए बढ़ा दिया था। यह तकनीकी रोक इस सप्ताह गुरुवार को समाप्त हो रही है।