बीजिंग: चीन ने शनिवार को उत्तर कोरिया को स्टील और अन्य धातुओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुरूप कच्चा तेल और पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति को सीमित कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार को एक बयान में वाणिज्य मंत्रालय ने उत्तर कोरिया को लोहा, स्टील और अन्य धातुओं, औद्योगिक मशीनरी और परिवहन वाहनों की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगाने की घोषणा की है। चीन के इस कदम से उत्तर कोरिया को करारा झटका लगने की उम्मीद है।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने अपने बयान में यह कहा है कि किसी भी 12 महीने की अवधि के दौरान देश से कच्चे तेल का निर्यात चालीस लाख बैरल या 5,25,000 टन से ज्यादा नहीं होना चाहिए, जबकि 2018 में परिष्कृत पेट्रोलियम उत्पादों की सीमा 500,000 बैरल की सीमा तक पहुंचने पर इनकी बिक्री रोक दी जाएगी। चीन ने उत्तर कोरिया से कुछ उत्पादों के आयात पर रोक लगा दी है, जिसमें सोया, अनाज और अन्य कृषि उत्पादों, कुछ खनिज, लकड़ी और बिजली के उपकरण शामिल हैं। चीनी वाणिज्य मंत्रालय के बयान के मुताबिक यह प्रतिबंध 6 जनवरी से लागू हो गया है।
किम जोंग-उन के शासन में उत्तर कोरिया द्वारा हालिया बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के जवाब में संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव 2397 को अमल में लाते हुए चीन ने इन प्रतिबंधों की घोषणा की है। हालिया प्रतिबंधों के मुताबिक, अब चीनी कंपनियां उत्तर कोरिया को हर साल सिर्फ 40 लाख बैरल तेल और 5 लाख बैरल पेट्रोलियम पदार्थों का ही निर्यात कर पाएंगी। चीन को उत्तर कोरिया का बड़ा समर्थक माना जाता है और उसके इस कदम से प्योंगयांग को तगड़ा झटका लगेगा।