सिक्किम सीमा विवाद पर चीनी मीडिया ने एक बार भी भारत पर निशाना साधा है। चीनी मीडिया ने इस बार भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पर निशाना साधा है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने लेख में डोभाल को डोकलाम में तनाव का मुख्य साजिशकर्ता कहा है। इस लेख में दोनों देशों के बीच सुलह का रास्ता निकाले जाने को भी खारिज किया गया है। गौरतलब है कि बीते सोमवार को चीन ने संकेत दिया था कि सीमा पर गतिरोध के बीच ब्रिक्स देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (NSA) की बैठक से इतर उसके शीर्ष राजनयिक यांग जेइची भारत के NSA अजीत डोभाल के साथ द्विपक्षीय बैठक कर सकते हैं। (इस साल 90वीं वर्षगांठ पर सैन्य परेड की बजाय सैन्य अभ्यास करेगा चीन)
लेख में कहा गया है कि भारतीय मीडिया को यह उम्मीद है कि डोभाल के ब्रिक्स मीटिंग में शामिल होने से भारत-चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद का कोई हल निकाला जा सकता है। लेकिन भारत इस बात को भूल रहा है कि चीन किसी भी तरह की बात-चीत के लिए तब तक तैयार नहीं होगा जब तक भारत उसके क्षेत्र से अपनी सेना हटा नहीं लेता। भारत को अपना भ्रम दूर कर लेना चाहिए। डोभाल का चीन दौरा सीमा विवाद को सुलझाने में किसी भी तरह से मददगार साबित नहीं होगा।
लेख में आगे लिखा है 'ब्रिक्स के नैशनल सिक्यॉरिटी अडवाइजर्स की मीटिंग ब्रिक्स समिट की तैयारियों की दिशा में होने वाला रूटीन कार्यक्रम है। यह चीन और भारत के बीच सीमा पर होने वाली झड़प को दूर करने का मंच नहीं है। अगर डोभाल सीमा विवादों को लेकर चीन के साथ मोलभाव करते हैं तो वह निश्चित तौर पर निराश होंगे। बिना किसी शर्त भारतीय सेना का हटना चीन की पहली मांग है। भारतीय सेना के पीछे हटने से जुड़ी चीनी सरकार की मांग के पीछे सभी चीनी नागरिक भी खड़े हैं। नागरिक इस बात पर अडिग हैं कि एक इंच चीनी क्षेत्र गंवाया नहीं जा सकता।'