बीजिंग: चीन ने कोरियाई प्रायद्वीप में उपजे तनाव को सुलझाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के आवश्यक कदमों का समर्थन किया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सोमवार को सर्वसम्मति से उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध लगाए। ये प्रतिबंध तीन सितंबर को उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु परीक्षण किए जाने के एवज में लगाए गए। (पाकिस्तान को दी जाने वाली सहायता पर लगाई जाए कड़ी शर्तें)
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने मंगलवार को कहा कि इन प्रतिबंधों से सुरक्षा परिषद के सदस्यों के कोरियाई प्रायद्वीप पर शांति और स्थिरता की सुरक्षा के लिए उनके सर्वसम्मत रुख का पता चलता है।
गेंग के मुताबिक, "चीनी पक्ष को उम्मीद है कि प्रतिबंधों का यह मसौदा समग्र और संपूर्ण रूप से क्रियान्वित होगा।" गेंग ने कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप का पड़ोसी होने के नाते चीन यहां के घटनाक्रमों पर करीब से निगाह बनाए हुए है। गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से उस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है जिसके तहत उत्तर कोरिया पर अब तक के सबसे कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। इन प्रतिबंधों से उत्तर कोरिया के बड़े निर्यातों को निशाना बनाने के साथ ही उसे तेल की आपूर्ति में 30 फीसदी की कटौती की जाएगी। प्रस्ताव का मसौदा अमेरिका ने तैयार किया है। 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने इसे सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी।