बीजिंग: चीन का स्पेस स्टेशन टियागोंग 31 मार्च से 4 अप्रैल के बीच में धरती पर गिर सकता है। स्पेस स्टेशन की निगरानी कर रहे वैज्ञानिकों का ऐसा कहना है। साथ ही इसके वायुमंडल में नष्ट होने की संभावना भी है। चीन के मानवयुक्त अंतरिक्ष इंजीनियरिंग कार्यालय द्वारा कल जारी एक बयान के अनुसार, तियांगोंग-1 ने 16 मार्च को आधिकारिक रूप से डेटा भेजना बंद कर दिया और वह अपने जीवन के अंतिम चरण में है। बयान के अनुसार, तियांगोंग या हेवनली पैलेस करीब 216.2 किलोमीटर की औसत ऊंचाई पर अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित है। बीजिंग एयरोस्पेस कंट्रोल सेंटर और अन्य एजेंसी के अनुमानों के मुताबिक, अंतरिक्ष प्रयोगशाला के 31 मार्च और चार अप्रैल के बीच वायुमंडल में प्रवेश करने की संभावना है। इसने शेनझोउ-8, शेनझोउ-9 और शेनझोउ-10 अंतरिक्षयान के साथ सफलतापूर्वक काम किया और कई प्रयोग किए। (विन मिंत बने म्यांमार के राष्ट्रपति, सू ची से है ये रिश्ता )
साल 2016 में चीन के वैज्ञानिकों ने इस स्पेस स्टेशन से नियंत्रण खो दिया था। उस समय से टियागोंग अंतरिक्ष में ही भटक रहा है। लेकिन अब यह पृथ्वी की कक्षा के पास पहुंच चुका है और किसी भी समय गिर सकता है। वैज्ञानिकों के अनुसार इस इस स्पेस स्टेशन के गिरने से कई शहरों को नुकसान पहुंच सकता है।
दुनिया में 80% शहरों पर खतरा मंडरा रहा है। 38 शहरों के इससे सबसे ज्यादा खतरा बताया जा रहा है। इस सूची में न्यूयॉर्क, बार्सिलोना, रोम, मैड्रिड, इस्तांबुल, बीजिंग जैसे बड़े शहरों पर अत्यधिक खतरा है। टियागोंग में हाइड्रोजन नाम का फ्यूल मौजूद है। अब संभावना यह है कि जिस भी शहर पर यह स्टेशन गिरेगा वहां की हवाओं में हाइड्रोजन मिल सकता है। इस लोगों को कईं तरह की समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।