बीजिंग: चीन ने सोमवार को कहा कि उसने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों में जो बाइडेन के जीत के ऐलान पर संज्ञान लिया है लेकिन फिलहाल कोई बधाई संदेश भेजने से परहेज कर रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि अमेरिकी कानून व प्रक्रियाओं के तहत चुनाव के नतीजों का निर्धारण होगा और चीन अपनी भावनाएं जाहिर करने में अंतरराष्ट्रीय रवायतों का पालन करेगा। व्यापार, प्रौद्योगिकी और एशिया व दुनिया के अन्य हिस्सों में प्रभाव को लेकर प्रतिस्पर्धा की वजह से बढ़ते गतिरोध के कारण चीन के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ रिश्ते तल्ख रहे थे।
विश्लेषकों का कहना है कि बाइडेन के रिश्तों को कम तनाव वाली श्रेणी में लेकर आने की उम्मीद है, यद्यपि बीजिंग पूरे चुनाव के दौरान सीधे उस मुद्दे पर टिप्पणी न करने की नीति बरकरार रखते हुए इसे अमेरिका का आंतरिक राजनीतिक मामला करार देता रहा है। वांग ने अपनी दैनिक ब्रीफिंग में कहा, “मैंने संज्ञान लिया कि बाइडेन ने चुनाव में जीत की घोषणा की है। हम समझते हैं कि राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों का निर्धारिण अमेरिकी कानूनों और प्रक्रियाओं के जरिये होगा।”
नतीजों पर बयान के संदर्भ में वांग ने कहा कि चीन अंतरराष्ट्रीय रवायतों का पालन करेगा। चीन उन चुनिंदा प्रमुख राष्ट्रों में से एक है जिन्होंने चुनावों पर अब तक बयान जारी नहीं किया है। कई दिनों तक चली मतगणना के बाद डेमोक्रेट बाइडेन राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। ट्रंप ने हालांकि अभी हार स्वीकार नहीं की है और कई जिलों में मतगणना को चुनौती दे रहे हैं।
इस बीच खबर है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दामाद तथा उनके वरिष्ठ सलाहकार जेरेड कुशनर ने चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जो बाइडेन से करीबी मुकाबले में मिली हार को स्वीकार करने के सिलसिले में ट्रंप से बातचीत की है। रविवार को मीडिया में आईं खबरों में यह बात कही गई है। ट्रंप ने इससे पहले एक बयान में कहा था कि बाइेडन जल्दबाजी में गलत तरीके से खुद को विजेता बता रहे हैं और चुनावी दौड़ अभी खत्म नहीं हुई है। ट्रंप के उस बयान के बाद कुशनर ने उनसे मुलाकात की है।
ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर और पत्नी मेलानिया चाहते हैं कि ट्रंप अपनी हार को स्वीकार करें। कुशनर ट्रंप को मनाने के लिए व्हाइट हाउस भी गए थे, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी. डोनाल्ड ट्रंप इस मामले में कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि बेटी इवांका ट्रंप भी अपने पिता के अड़ियल रुख से खफा हैं।