बीजिंग: चीन ने मंगलवार को भारतीय सेना प्रमुख बिपिन रावत के उस दावे का खंडन नहीं किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि डोकलाम में चीनी सैनिकों की संख्या में काफी कमी आई है। हालांकि, चीन ने डोकलाम पर अपने दावे को दोहराया और कहा कि गश्त व इलाके में अपने जवानों की तैनाती पर उसका संप्रभु अधिकार है। रावत की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय ने कहा, "डोकलाम इलाके में चीनी सैनिकों की तैनाती व गश्त संप्रभुता के अधिकार के तहत है और यह ऐतिहासिक संकल्प की व्यवस्था व क्षेत्रीय संप्रभुता बनाए रखने के अनुरूप है।"मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "डोकलाम इलाका चीन का हिस्सा है और यह लगातार चीन के अधिकार क्षेत्र में रहा है। इस संबंध में कोई विवाद नहीं है।"जनरल रावत ने सोमवार को कहा था कि डोकलाम में चीनी सैनिकों की संख्या में काफी कमी आई है।
आपको बता दें कि सिक्किम क्षेत्र के डोकलाम में गतिरोध की वजह से भारत व चीन की सेनाएं 73 दिनों तक आमने-सामने रही हैं। दोनों तरफ की सेनाओं के पीछे हटने के बाद यह संकट बीते साल अगस्त में सुलझ पाया था। अरुणाचल प्रदेश के तूतिंग में भारतीय सीमा क्षेत्र में चीनी टीमों द्वारा हाल में सड़क के निर्माण की कोशिश से जुड़े मुद्दे को सुलझाने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में थल सेनाध्यक्ष बिपिन रावत ने कहा था कि डोकलाम में चीनी सैनिकों की संख्या में काफी कमी आई है।
आपको बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में दो दिन पहले दोनों पक्षों के बीच हुई एक सीमा कार्मिक बैठक (बीपीएम) में इस मुद्दे को दोस्ताना तरीके से सुलझा लिया गया। चीनी टीमों द्वारा सड़क निर्माण के लिए लायी गयी उत्खनन की दो मशीनें शनिवार को पड़ोसी देश को लौटा दी गयीं।