बीजिंग: एक टीवी चैनल को इंटरव्यू दे रहे चीन की सरकार के प्रखर आलोचक सुन वेनगुआंग लापता हो गए हैं। सुन को इंटरव्यू के दौरान ही चीनी अधिकारियों ने चुप करा दिया था और उसके बाद से उनकी कोई खबर नहीं है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुन के घर में सुरक्षा बल तब जबरन घुस आए जब वह अमेरिका से वित्तपोषित एक टीवी चैनल को फोन पर इंटरव्यू दे रहे थे। 80 वर्षीय सुन को चीनी सरकार का प्रखर आलोचक माना जाता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुन एक रिटायर्ड टीचर हैं और वह ‘वॉइस ऑफ अमेरिका’ से चीनी भाषा के एक कार्यक्रम के लिए लाइव बात कर रहे थे। बताया जाता है कि इसी दौरान अधिकारी उनके घर में घुस आए और उन्हें चुप करा दिया। घटना के दौरान शानडोंग प्रांत के जिनान स्थित अपने घर से लाइव बात करते हुए वेनगुआंग ने कहा, ‘पुलिस फिर से दखल देने आ गई।’ फोन पर ही बात करते हुए उन्होंने बताया कि उनके घर में घुसने वालों की संख्या लगभग 8 है।
यह घटना बताती है कि अपने आलोचकों को चुप कराने के लिए चीन के प्रयास किस तेजी से बढ़ रहे हैं। आपको बता दें कि वेनगुआंग ने पिछले महीने ही राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पत्र लिखकर चीन द्वारा अफ्रीका को आर्थिक मदद देने की निंदा की थी। वह चीन के सबसे पुराने कार्यकर्ताओं में से हैं और उन पर नियमित तौर पर निगरानी रखी जाती है। बीते कुछ सालों में शी जिनपिंग के ताकतवर होते जाने के साथ ही चीन की सरकार ने अपने आलोचकों पर कड़ी निगरानी रखी है।