बीजिंग/इस्लामाबाद: चीन और पाकिस्तान ने शनिवार को अवसंरचना क्षेत्र से जुड़े कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिसमें बंदरगाहों की स्थापना और ग्वादर बंदरगाह का अतिरिक्त विकास भी शामिल है। ये समझौते वन बेल्ट वन रोड (OBOR) की बीजिंग में रविवार से शुरू होनेवाली बैठक से पहले किए गए हैं। इन समझौतों पर हस्ताक्षर के दौरान प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग मौजूद थे।
रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, पहला समझौता ज्ञापन सिल्क रोड आर्थिक बेल्ट और 21वीं सदी के मैरीटाइम सिल्क रोड पहल की कार्ययोजना के अंदर सहयोग से संबंधित है। एक समझौता मुख्य रेल लाइन ट्रैक एमएल-आई के उन्नयन और हवेलियन ड्राई पोर्ट की स्थापना को लेकर किया गया है। तीन समझौते ग्वादर बंदरगाह और ईस्ट बे एक्सप्रेसवे के लिए 3.4 अरब युआन के आर्थिक और तकनीकी सहयोग से संबंधित हैं। इस अवसर पर संघीय मंत्री, विदेश मामलों के सलाहकार और चारों प्रांतों के मुख्यमंत्री भी उपस्थित थे।
शरीफ ने CPEC परियोजनाओं के पूरा होने के लिए पाकिस्तान की प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की। एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान (APP) की रिपोर्ट के मुताबिक, शरीफ ने शनिवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ भी बैठक की और आश्वस्त किया कि इस्लामाबाद बीजिंग के ओबीओआर पहल को पूरा सहयोग करेगा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने समझौते के मौके पर कहा, ‘चीन, पाकिस्तान का 'रणनीतिक साझेदार है' जो हमेशा उसके साथ खड़ा रहता है।’