बीजिंग: चीन ने अपनी ‘करीबी दोस्त’ पाकिस्तान की मदद करते हुए अंतरिक्ष में उसके लिए दो सैटेलाइट लॉन्च किए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन ने इन दोनों ही सैटेलाइट्स को सोमवार को अपने लॉन्ग मार्च-2सी रॉकेट से लॉन्च किए हैं। इन दोनों सैटेलाइट के नाम PRSS-1 और PakTES-1A बताए जा रहे हैं। PRSS-1 पाकिस्तान को बेचा गया चीन का पहला ऑप्टिकल रिमोट सेंसिंग उपग्रह है और किसी विदेशी ग्राहक के लिए चाइना एकेडमी ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी (CAST) द्वारा विकसित 17वां उपग्रह है।
PRSS-1 के ऑर्बिट या कक्षा में स्थापित होते ही वह दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है, जिनके पास अपने रिमोट सेंसिंग उपग्रह हैं। वहीं, पाकिस्तान द्वारा विकसित एक वैज्ञानिक प्रयोग उपग्रह, PakTES-1A को जिउक्वान उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से सुबह 11.56 बजे उसी लॉन्ग मार्च रॉकेट द्वारा ऑर्बिट में भेजा गया। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, PakTES-1A को पाकिस्तान में ही विकसित कर लॉन्चिंग के लिए चीन भेजा गया था, क्योंकि उसके पास अभी सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में भेजने के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान स्पेस ऐंड अपर ऐटमसफियर रिसर्च कमीशन (SUPARCO) अपने देश के लिए सैटेलाइट्स का निर्माण करता है। अगस्त 2011 में एक संचार उपग्रह PakSAT-1R के लॉन्च होने के बाद यह चीन और पाकिस्तान के बीच दूसरा अंतरिक्ष सहयोग है। PRSS-1 का उपयोग भूमि और संसाधन के सर्वेक्षण, प्राकृतिक आपदाओं की निगरानी, कृषि अनुसंधान, शहरी निर्माण और बेल्ट एंड रोड क्षेत्र के दूरस्थ संवेदन जानकारी हासिल करने के लिए किया जाएगा।