बीजिंग: चांद के दूरदराज के रहस्यमयी सिरे के बारे में जानकारी जुटाने के लिए चीन ने एक रिले उपग्रह का सफल परीक्षण किया। यह उपग्रह पृथ्वी और चीन के चंद्र अन्वेषण मिशन के बीच संवाद कायम करेगा। नेमड क्यूकीओ (मैपगी ब्रिज) नाम के इस उपग्रह का वजन 400 किलोग्राम है। यह तीन वर्ष तक काम करेगा। (रूसी हस्तक्षेप संबंधी जांच एक सितंबर तक होगी समाप्त )
चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन (सीएनएसए) ने बताया कि चीन के दक्षिण पश्चिम स्थित ‘ जिचांग उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र ’ से आज सुबह स्थानीय समयानुसार पांच बजकर 28 मिनट पर लॉन्ग मार्च 4 सी रॉकेट से इसे प्रक्षेपित किया गया।
रिले उपग्रह परियोजना के प्रबंधक झांग लिहुआ ने कहा , ‘‘ चांद के दूरदराज के सिरे पर नरम सतह की जांच शुरू करने वाला पहला देश बनने के लक्ष्य की दिशा में यह परीक्षण एक महत्वपूर्ण कदम है। ’’ उड़ान भरने के करीब 25 मिनट बाद उपग्रह रॉकेट से अलग हो गया और पृथ्वी - चंद्रमा स्थानांतरण कक्षा में दाखिल हो गया। इसके बाद उपग्रह के सौर पैनल और संचार एंटेना भी खुल गए।