बीजिंग। चीन में कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण अटका संसद का वार्षिक सत्र आज यानी शुक्रवार (22 मई) से शुरू हो गया और सरकार ने इस बीमारी से पैदा हुई अनिश्चितताओं, चीन तथा वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में मंदी और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में गिरावट का हवाला देते हुए इस साल के लिए जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का लक्ष्य तय नहीं किया। कोरोना वायरस महामारी की पृष्ठभूमि में अभूतपूर्व सुरक्षा के बीच ग्रेट हॉल ऑफ पीपुल में करीब 2,900 सदस्यों के साथ नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) सत्र शुक्रवार सुबह शुरू हुआ। इस जानलेवा विषाणु से चीन में 4,634 लोगों की मौत हुई जिनमें से ज्यादातर मौतें वुहान में हुई।
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) के मुताबिक बृहस्पतिवार तक चीन में कोविड-19 के मामले 82,971 पर पहुंच गए इनमें से 82 मरीजों का अब भी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने एनपीसी को सौंपी 23 पन्नों की कार्य रिपोर्ट में कहा, 'मैं यह बताना चाहूंगा कि हमने इस साल आर्थिक वृद्धि के लिए कोई विशिष्ट लक्ष्य तय नहीं किया है।' चीन ने देश के लगभग सभी हिस्सों को खोल दिया है और अभी संसद के वार्षिक सत्र का आयोजन कर रहा है। यह मार्च में होना था लेकिन कोरोना वायरस संकट के कारण स्थगित हो गया था।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, प्रधानमंत्री ली केकियांग के साथ सत्तारूढ़ 'चीन की कम्युनिस्ट पार्टी' के शीर्ष नेता बिना मास्क पहने बैठक में शामिल हुए जबकि 2,897 सदस्यों ने मास्क पहन रखा था। सदस्यों ने कोविड-19 से लड़ाई में और इस महामारी में जान गंवाने वाले लोगों को मौन श्रद्धांजलि दी। संसद सत्र में भाग लेने वाले सभी लोगों को कोविड-19 की जांच कराना अनिवार्य था। कुछ मीडियाकर्मियों को इसमें शामिल होने की अनुमति दी गई और उन्हें भी जांच करानी पड़ी।