बीजिंग: देश के जलवायु परिवर्तन पर ‘ब्लू बुक’ के मुताबिक, चीन में अत्यधिक गर्मी की घटनाएं बढ़ रही हैं, जोकि वैश्विक औसत से अधिक हैं और इसी के साथ देश में आने वाले तूफानों की तीव्रता में भी इजाफा हो रहा है। रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि 1961 और 2020 के बीच अत्यधिक भारी वर्षा में धीरे-धीरे वृद्धि देखी जा रही है, और 1990 के दशक के मध्य से देश में अत्यधिक गर्मी के मामलों में वृद्धि हुई है। सरकारी ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने अपनी खबर में यह जानकारी दी है। ‘ब्लू बुक’ चीन की एक प्रमुख सालाना समीक्षा दस्तावेज है जिसमें यह आकलन किया जाता है कि जलवायु परिवर्तन का देश पर कैसा असर पड़ रहा है।
ब्लू बुक चीन और विश्व स्तर पर जलवायु परिवर्तन पर नवीनतम निगरानी जानकारी प्रदान करती है, जिसमें वायुमंडल, जलमंडल, स्थलीय जीवमंडल और जलवायु परिवर्तन के प्रेरक कारकों पर आंकड़ा शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि व्यापक जलवायु अवलोकन और कई प्रमुख संकेतक बताते हैं कि जलवायु वार्मिंग जारी है और चीन में विषम मौसम और जलवायु घटनाओं का अनुभव करने का जोखिम बढ़ रहा है। ब्लू बुक के अनुसार, चीन वैश्विक जलवायु परिवर्तन से प्रभावित एक संवेदनशील और महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जिसमें इसी अवधि के दौरान वैश्विक औसत से काफी अधिक तापमान में वृद्धि हुई है।
वर्ष 2020 में, चीन के तटीय क्षेत्रों में समुद्र का स्तर 1993 से 2011 के औसत से 73 मिमी अधिक था, जो 1980 के बाद तीसरा सबसे अधिक है। ब्लू बुक के अनुसार 1961 से 2020 तक चीन का जलवायु जोखिम सूचकांक वृद्धि की प्रवृत्ति को दर्शाता है, और 2020 में यह संख्या 10.8 थी, जो उस अवधि में तीसरी उच्चतम संख्या थी। इससे यह भी पता चलता है कि चीन में आने वाले टाइफून की औसत तीव्रता 1990 के दशक के बाद से बढ़ी है। इसके अतिरिक्त 1961 और 2020 के बीच उत्तरी चीन में धूल के दिनों की औसत संख्या में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई।
चीन में इस साल 9 तूफान आये हैं जिससे व्यापक तबाही हुई है। इस साल चीन की जलवायु स्थिति के लिए, सीएमए के आपातकालीन आपदा न्यूनीकरण और लोक सेवा विभाग के प्रवक्ता वांग झिहुआ ने कहा कि इस साल जुलाई में चीन में औसत तापमान और वर्षा पिछले वर्षों की तुलना में अधिक थी। राष्ट्रीय जलवायु केंद्र के उप निदेशक जिया शियाओलोंग ने मध्य चीन के हेनान प्रांत में हाल ही में हुई मूसलाधार बारिश सहित दुनिया भर में विषम मौसम के बारे में चिंताओं पर प्रकाश डाला। (IANS)