बीजिंग: अमेरिका द्वारा पाकिस्तानी को दी जाने वाली आर्थिक सहायता रोकने के बाद चीन ने मंगलवार को यह कहते हुए पाकिस्तान का बचाव किया कि विश्व समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ उसके अभियान में ‘‘शानदार योगदान’’ को पहचानना चाहिए। एक दिन पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगार देने के लिए इस्लामाबाद को लताड़ लगाई थी। पाकिस्तान पर जोरदार प्रहार करते हुए ट्रम्प ने उस पर ‘‘झूठ बोलने और धोखा देने’’ के आरोप लगाए और कहा कि आतंकवादियों को पनाह देकर वह अमेरिकी नेताओं को मूर्ख बनाता रहा है। (2018 का पहला चंद्रग्रहण, 150 साल में पहली बार दिखेगा ‘ब्लू मून’ )
ट्रम्प ने कल ट्वीट किया था, ‘‘अमेरिका ने पिछले 15 वर्षों में पाकिस्तान को सहायता के तौर पर मूर्खतापूर्ण तरीके से 33 अरब डॉलर से ज्यादा दिए और उन्होंने हमें झूठ और धोखा के सिवा कुछ नहीं दिया है, हमारे नेताओं को वे मूर्ख समझते रहे हैं।’’ पाकिस्तान की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने उन आतंकवादियों को पनाह दी, जिन्हें हम अफगानिस्तान में ढूंढते रहे। अब और नहीं।’’ चीन ने आतंकवाद निरोधक रिकॉर्ड के लिए आज पाकिस्तान की प्रशंसा की।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, ‘‘पाकिस्तान ने काफी प्रयास किया है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कुर्बानी दी है। आतंकवाद निरोधक वैश्विक प्रयास में उसकी भूमिका शानदार रही है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसकी जानकारी होनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि चीन यह देखकर खुश है कि पाकिस्तान आतंकवाद निरोधक सहित अंतरराष्ट्रीय सहयोग में संलग्न है ताकि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता में योगदान कर सके। गेंग ने कहा, ‘‘चीन और पाकिस्तान सदाबहार साझेदार हैं। हम अपने सहयोग को और मजबूत करना चाहते हैं ताकि दोनों पक्ष फायदे में रहें।’’