बीजिंग: भारतीय राजदूत की ओर से डोकलाम गतिरोध के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराए जाने के बाद चीन ने आज इस बात पर जोर दिया कि डोकलाम उसका हिस्सा है साथ ही भारत को पिछले वर्ष हुए गतिरोध से सबक लेना चाहिए। दरअसल राजदूत ने कहा था कि बीजिंग ने विवादित क्षेत्र में यथास्थिति को बदलने की कोशिश की थी इसी लिए गतिरोध हुआ था। (मिस्र में राष्ट्रपति पद के लिए मतदान शुरू, अल-सीसी को मिल सकती है जीत )
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने चीन में भारतीय राजदूत गौतम बंबावाले के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘ दोंगलोंग( डोकलाम) चीन का हिस्सा है क्योंकि हमारे पास ऐतिहासिक संधिपत्र हैं।’’ उन्होंने मीडिया से कहा, ‘‘ यहां चीन की गतिविधियां हमारे सार्वभौम अधिकार के तहत हैं। यथास्थिति बदलने जैसा कुछ भी नहीं है।’’ प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ हमारे सम्मिलित प्रयासों और अपनी बुद्धिमत्ता के कारण पिछले वर्ष हमने इस मुद्दे को ठीक से सुलझा लिया।
हम उम्मीद करते हैं कि भारतीय पक्ष इससे कुछ और सबक लेगा तथा ऐतिहासिक संधिपत्रों को मानेगा। साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए चीन के साथ मिल कर काम करेगा कि द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढाने के लिए सीमा पर वातावरण अनुकूल हो।’’ गौरतलब है कि भारतीय राजदूत ने हॉंगकांग के‘ साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट’ से साक्षात्कार में डोकलाम गतिरोध के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया था और कहा था कि चीन ने यथास्थित बदलने की कोशिश की थी इसी लिए ऐसा हुआ था और उसे ऐसा नहीं करना चाहिए था।