चीन ने इस्लामाबाद में अपने नवनियुक्त राजदूत को एक आतंकवादी संगठन से मिली धमकी के मद्देनजर पाकिस्तान से उनकी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है. मीडिया की खबर के अनुसार, चीनी दूतावास ने 19 अक्तूबर को पाकिस्तान के गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया है. उसने पत्र में कहा है कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन 'ईस्ट तुर्कमेनिस्तान इंडीपेंडेंट मूवमेंट’ (ईटीआईएम) का एक सदस्य उसके राजदूत की हत्या करने के लिए पाकिस्तान में घुस चुका है.
स्थानीय मीडिया को उपलब्ध कराया गया यह पत्र अरबों डॉलर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (सेपेक) योजना के मुख्य कर्ता-धर्ता पिंग यिंग फी ने लिखा है. उन्होंने पाकिस्तान के गृह मंत्रालय से चीनी राजदूत याओ जिंग और देश में कार्यरत अन्य चीनियों को सुरक्षा बढ़ाने का आग्रह किया.
पत्र के अनुसार, इससे न केवल इस आतंकवादी की नापाक साजिश को विफल करने में मदद मिलेगी बल्कि इस साजिश में शामिल अन्य आतंकवादियों का भंडाफोड़ करने में भी सहायता मिलेगी.
चीन ने याओ जिंग को पाकिस्तान में अपना नया राजदूत नियुक्त किया है. वह अफगानिस्तान में चीन के राजदूत रह चुके हैं. याओ पाकिस्तान में सून वीडोंग का स्थान लेंगे. वीडोंग तीन साल तक पाकिस्तान में चीन के राजदूत रहे और हाल ही में स्वदेश लौट गए.
अपने पत्र में पिंग ने संबंधित आतंकवादी के पासपोर्ट का ब्योरा दिया है और तत्काल उसकी गिरफ्तारी एवं उसे चीनी दूतावास को सौंपने की मांग की है. उसने आतंकवादी की पहचान अब्दुल वली के रुप में की है. वैसे पाकिस्तान के गृह मंत्रालय और चीनी दूतावास ने इस पत्र पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
ईस्ट तुर्कमेनिस्तान इंडीपेंडेंट मूवमेंट’ (ईटीआईएम) पाकिस्तान की सीमा से सटे चीन के शिनजियांग प्रांत में सक्रिय है.
पाकिस्तान में चीनी अधिकारियों की सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है और सेना को सीपीईसी समेत विभिन्न परियोजना में कार्यरत चीनियों को सुरक्षा प्रदान करने का जिम्मा सौंपा गया है.