बीजिंग: चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग ने अमेरिका को किसी तरह के व्यापार युद्ध के प्रति आगाह करते हुए कहा है कि अगर ऐसी कोई भी बात हुई तो पहले नुकसान अमेरिकी कंपनियों को होगा।
क्विंग का यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप से बैठक करने जा रहे हैं। ट्रंप ने चीन को विनियम दर में गड़बड़ी करने वाला करार देते हुए उसके आयात के खिलाफ भारी शुल्क लगाने की धमकी दी है।
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क्विंग ने चीन की संसद की सालाना बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा,हम दोनों देशों के बीच किसी तरह का व्यापार युद्ध नहीं चाहते। उससे हमारा व्यापार सही नहीं होने वाला है। अमेरिका का चीन के साथ व्यापार घाटा 2016 के अंत में बढ़कर 347 अरब डालर रहा। ट्रंप ने इस अंतर को पाटने का वादा किया है। प्रधानमंत्री ली ने आगाह किया कि जैसे को तैया सरंक्षणवादी कदमों के वयापार युद्ध से अंतत: अमेरिकी अर्थव्यवस्था को ही नुकसान होगा। इसके साथ ही ली ने ट्रंप के विनियम दर में गड़बड़ी करने के आरोप को भी खारिज किया। उन्होंने कहा कि चीन निर्यात बढाने के लिए युआन का अवमूल्यन करने की मंशा नहीं रखता।
ली ने कहा कि पिछले साल अंतरराष्ट्रीय विदेशी मुद्रा विनियम बाजारों में कुछ उतार चढ़ाव देखने को मिला और प्रमुख मुद्राएं डालर की तुलना में कमजोर हुईं। एक अन्य सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ली ने इस साल के लिए जीडीपी वृद्धि दर लक्ष्य में कटौती के चीन के कदम का बचाव किया और आलोचकों से कहा कि वह यह कयास लगाने बंद करें कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में गिरावट आने वाली है। उन्होंने कहा, अगर हम 2017 में 6.5 प्रतिशत जीडीपी भी हासिल करते हैं तो इससे आर्थिक उत्पादन इससे पिछले साल की तुलना में अधिक होगा। यह वृद्धि 11000 अरब डालर के आधारित पर होगी जो बहुत बड़ा आंकड़ा है। इस वृद्धि से 1.1 करोड़ नये शहरी रोजगार सृजित होंगे।