बीजिंग: चीन ने सोमवार को अमेरिका के इस आरोप का जोरदार खंडन किया कि ‘नोवेल कोरोना वायरस’ उसके यहां की एक प्रयोगशाला से लीक हुआ। उसने कहा कि ऐसी संभावना है कि इस महामारी का प्रसार दुनिया में विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग फैलने की वजह से हुआ। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग की यह टिप्प्पणी इन खबरों के बीच आयी है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के वैज्ञानिकों का दस सदस्यीय दल कोरोना वायरस के उद्भव की जांच के लिए इस महीने चीन की यात्रा करेगा, जहां दिसंबर, 2019 में यह सामने आया था।
वैसे चीन की तरफ से डब्ल्यूएचओ की टीम की यात्रा की पुष्टि की जानी बाकी है और वह उसे देश के मध्यभाग में वुहान जाने की अनुमति देने के विषय पर चुप है। हुआ ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘‘ मेरे पास आपके लिए विस्तृत सूचना नहीं है।’’ उनसे डब्ल्यूएचओ की टीम की यात्रा के बारे में पूछा गया था। उनसे यह भी सवाल किया गया था कि क्या इस दल के यात्रा कार्यक्रम में वुहान भी शामिल है।
हुआ ने कहा, ‘‘चीन डब्ल्यूएचओ के साथ सहयोग को बड़ा महत्व देता है। हम डब्ल्यूएचओ के काम के लिए सहयोग और सहूलियत प्रदान कर रहे हैं।’’ चीन इस व्यापक दृष्टिकोण पर जोर-शोर से सवाल उठाता रहा है कि जानलेवा महामारी वुहान के समुद्री जीव बाजार से फैली, जहां जीवित जानवर बेचे जाते हैं। यह बाजार पिछले साल की शुरुआत से बंद और सील है। पिछले साल, डब्ल्यूएचओ के 194 सदस्य देशों वाले संचालक मंडल विश्व स्वास्थ्य सभा ने (कोरोना वायरस के संदर्भ में) अंतरराष्ट्रीय एवं डब्ल्यूएचओ के कदमों के ‘‘निष्पक्ष, स्वतंत्र एवं समग्र मूल्यांकन’ के लिए स्वतंत्र जांच कराये जाने का प्रस्ताव पारित किया था।
उसने डब्ल्यूएचओ से ‘‘इस वायरस के स्रोत और मानव जाति तक उसके पहुंचने के मार्ग’ की जांच करने को भी कहा। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने सप्ताहांत को सरकारी मीडिया को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘ हमने समय के साथ प्रतिस्पर्धा की और हम दुनिया में मामलों की रिपोर्ट करने वाले प्रथम देश थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अधिकाधिक अनुसंधानों से पता चलता है कि संभवत: दुनिया में कई स्थानों पर अलग-अलग फैलने से इस महामारी का प्रसार हुआ।
हुआ ने सोमवार को यह कहते हुए अमेरिका की कड़ी आलोचना की कि अमेरिका को अपने इस आरोप के पक्ष में सबूत पेश करना चाहिए कि वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलोजी (डब्ल्यूआईवी) से यह वायरस फैला। उलटे, उन्होंने अमेरिकी सेना द्वारा संचालित प्रयोगशाला की डब्ल्यूएचओ द्वारा जांच की मांग की। वह अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मैथ्यू पोटिंगर के इस नवीनतम आरोप का जवाब दे रही थीं कि कोविड -19 डब्ल्यूआईवी से फैला।