बीजिंग: चीन ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग के लिए 2 कार्यकाल की समयसीमा को समाप्त करने के अपने कदम का बचाव किया है। बीजिंग ने रविवार को कहा कि सत्तारूढ कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) के प्रभुत्व को बरकरार रखने के साथ ही नेतृत्व की एकता के लिए यह जरूरी है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति ने संविधान में संशोधन करके राष्ट्रपति तथा उपराष्ट्रपति के दो कार्यकाल की समयसीमा को समाप्त करने का प्रस्ताव पेश किया है। आपको बता दें कि इस बड़े बदलाव पर दुनिया भर की नजरे हैं।
इस प्रस्ताव पर देश भर में ही नहीं विदेशों में भी प्रतिक्रिया हुई थी और इस आश्य के आकलन किए जाने लगे थे। शी राष्ट्रपति के साथ ही CPC तथा सेना के प्रमुख हैं। हाल ही में उन्होंने राष्ट्रपति पद का दूसरा कार्यकाल शुरू किया है और इस नए प्रस्ताव से वह तीसरा कार्यकाल भी हासिल कर सकते हैं। CPC के ऐसा कदम क्यों उठाया इस पर नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के प्रवक्ता झांग येसूई ने विस्तार से समझाते हुए कहा कि राष्ट्रपति का कार्यकाल निश्चित होता है लेकिन पार्टी के मुखिया तथा सेना प्रमुख के कार्यकाल की कोई सीमा नहीं होती।
उनहोंने कहा, ‘CPC के संविधान के अनुसार ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि केन्द्रीय सैन्य आयोग (CMC) के अध्यक्ष अथवा महासचिव का कार्यकाल दो बार से ज्यादा नहीं हो सकता। इसीलिए संविधान के लिए राष्ट्रपति के कार्यकाल पर भी यही नियम लागू होना चाहिए। पार्टी की केन्द्रीय समिति की शक्तियों को बरकरार रखने में यह सहायक है।’ इस प्रस्ताव के बाद शी आधुनिक चीन के सबसे ताकतवर नेताओं में शामिल हो जाएंगे।