नई दिल्ली। चीन ने छात्रों, पर्यटकों और उद्योगपतियों सहित सभी नागरिकों को भारत से वापस लाने का फैसला किया है। कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते मामलों के बीच चीनी नागरिकों द्वारा भारत में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और वह अपने घर वापस लौटना चाहते हैं। इसी के मद्देनजर चीन ने अपने नागरिकों को भारत से निकालने का यह फैसला लिया है। चीनी दूतावास ने सोमवार को अपनी वेबसाइट पर एक नोटिस जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि जो लोग घर वापस लौटना चाहते हैं वह विशेष उड़ानों में अपना टिकट बुक करवा लें।
चीन द्वारा अपने नागरिकों को निकालने का यह कदम उस वक्त सामने आया है जब भारत कोरोना वायरस प्रभावित दुनिया के टॉप-10 देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है। भारत में लगभग 1.40 लाख कोरोना संक्रमित हैं।
सबसे पहले कोरोना वायरस दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर में सामने आया था और अब यह दुनिया के 190 देशों तक फैल चुका है। पूरी दुनिया में जानलेवा कोरोना वायरस से 54 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं और इसकी वजह से अबतक दुनियाभर में 3.4 लाख लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। भारत ने वुहान से फरवरी में अपने 700 नागरिकों को निकाला था।
चीनी दूतावास द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि घर वापस जाने वाले लोगों को उड़ान के दौरान और चीन में प्रवेश करने के बाद सभी क्वॉरन्टीन और महामारी रोकथाम नियमों का पालन करना होगा। नोटिस में कहा गया है जिन लोगों ने कोरोना वायरस संक्रमण का उपचार करवाया है या पिछले 14 दिनों में जिन्हें बुखार, खांसी के लक्षण हैं वे विशेष उड़ान का लाभ नहीं ले सकेंगे।
नोटिस में कहा गया है कि निकाले गए लोगों को विशेष उड़ान का किराया और चीन में क्वॉरन्टीन का खर्च स्वयं ही वहन करना होगा। इसमें कहा गया है कि बोर्डिंग से पहले यदि आपके शरीर का तापमान 37:3 डिग्री है या आपके अंदर संभावित लक्षण पाए जाते हैं तो एयरलाइन द्वारा आपको यात्रा करने से रोक दिया जाएगा।