बीजिंग: चीन की शीर्ष विधानपालिका राष्ट्रगान का अनादर करने वालों को मौजूदा 15 दिन कारावास के बजाए तीन साल कारावास तक की सजा दिए जाने पर विचार कर रही है। आधिकारिक मीडिया ने आज बताया कि चीन की संसद ने देश के राष्ट्रगान ‘मार्च ऑफ द वॉलंटियर्स’ का अनादर करने पर 15 दिन कारावास की सजा देने संबंधी एक कानून पारित किया था। नेशनल पीपल्स कांग्रेस (एनपीसी) स्टैंडिंग कमेटी के कल शुरू हुए द्विमासिक सत्र में सांसदों के विचार विमर्श के लिए एक मसौदा संशोधन पेश किया गया। (बड़े पैमाने पर डीएनए डेटाबेस प्लेटफॉर्म बनाना चाहता है चीन)
शिंहुआ संवाद समिति ने बताया कि मसौदे के अनुसार इस मामले में उल्लंघनकर्ताओं को तीन साल कारावास तक की सजा हो सकती है। राष्ट्रगान बजाने की अनुमति एनपीसी सत्रों के उद्घाटन एवं समापन समेत औपचारिक राजनीतिक सभाओं, संवैधानिक शपथ ग्रहण समारोहों, ध्वजारोहण समारोहों, बड़े आयोजनों, पुरस्कार वितरण समारोहों, स्मरणोत्सवों, राष्ट्रीय मेमोरियल डे समारोह, महत्वपूर्ण राजनयिक अवसरों, बड़े खेल समारोहों और अन्य उपयुक्त अवसरों पर होगी।
मसौदा में कहा गया है कि अंतिम संस्कार, ‘‘अनुचित’’ निजी अवसरों, विज्ञापनों में या सार्वजनिक स्थानों पर पार्श्व संगीत के रूप में राष्ट्रगान का प्रयोग अनुचित होगा। पूर्ववर्ती कानून के अनुसार उल्लंघनकर्ताओं को 15 दिन कारावास की सजा हो सकती है या आपराधिक रूप से उत्तरदायी ठहराया जा सकता है। इन उल्लंघनकर्ताओं में राष्ट्रगान के बोल में दुर्भावनापूर्वक बदलाव करने वाले या राष्ट्रगान का अनादर करते हुए या गलत तरीके से उसे बजाने: गाने वाले लोग शामिल हैं। चीन का राष्ट्रगान कवि तियान हान ने लिखा है और इसके संगीतकार नीए एर हैं।