बीजिंग: चीन उत्तर कोरिया के साथ लगी सीमा पर शरणार्थी शिविरों का एक नेटवर्क निर्मित कर रहा है। शिविर निर्माण योजना के बारे में सबसे पहले पिछले सप्ताह फाइनेंशियल टाइम्स में जानकारी प्रकाशित हुई थी। यह खबर एक सरकारी दूरसंचार कंपनी से लीक किए गए आंतरिक दस्तावेजों से सामने आई है। इसी कंपनी को उन्हें इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने का कार्य सौंपा गया है। चीन मोबाइल नामक दस्तावेज पिछले सप्ताह सोशल मीडिया पर और विदेशी चीनी वेबसाइटों पर प्रसारित हुआ था, और इसमें जिलिन प्रांत में कम से कम 5 शरणार्थी शिविरों की योजना का पता चला है।
दस्तावेज में कहा गया है, ‘सीमा पार तनाव के कारण, (कम्युनिस्ट) पार्टी समिति और चांगबाई प्रांत की सरकार ने जिले में 5 शरणार्थी शिविरों की स्थापना का प्रस्ताव रखा है।’ दस्तावेज में 3 ऐसी सुविधाओं के नाम और स्थान दिए गए हैं, चांगबाई नदी के किनारे, चांगबाई शिबालिदाओगो और चांगबाई जिगुआनलिजी। चीन के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने सोमवार को एक नियमित संवाददाता सम्मेलन में शिविरों की मौजूदगी की पुष्टि से इंकार किया, लेकिन इनका निर्माण किया जा रहा है, इसका खंडन भी नहीं किया। गार्जियन ने लु कांग के हवाले से कहा, ‘मैंने ऐसी खबरें नहीं देखी हैं।’
बीजिंग में रेनमिन यूनिवर्सिटी में उत्तर कोरिया मामलों के विशेषज्ञ चेंग जिओही ने कहा, ‘जब वह इसकी पुष्टि नहीं कर सके कि यह दस्तावेज वास्तविक है, चीन के लिए ऐसी तैयारी नहीं करना गैर जिम्मेदाराना होगा।’ प्योंगयांग द्वारा परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों को तेज करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने उत्तर कोरियाई समकक्ष पर दबाव बढ़ा दिया था, जिसके बाद कोरियाई प्रायद्वीप पर तनाव इस वर्ष बढ़ा हुआ है।