नई दिल्ली। लद्दाख में सीमा पर चीन के विश्वासघात के बाद भारत और चीन के बीच बढ़े तनाव को देखते हुए चीन ने भारत में काम कर रही अपनी सभी कंपनियों को संदेश दे दिया है कि जबतक हालात नहीं सुधरते तबतक बुरे से बुरे समय के लिए सावधानियां अपना लें और जबतक दोनो देशों के बीच सीमा संकट हल नहीं होता तबतकभारत में निवेश और उत्पादन रोकने के बारे में विचार कर लें। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में भारत में काम कर रहीं चीनी कंपनियों को यह संदेश दिया है। ग्लोबल टाइम्स को एक तरह से चीन की सरकार का मुखपत्र समझा जाता है और इसमें कही बात एक तरह से सरकार की कही बात ही होती है।
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि, मौजूदा हालात देखते हुए इससे मना नहीं किया जा सकता कि सीमा विवाद का साया भारत और चीन के बीच आर्थिक और व्यापारिक रिश्तों पर पड़ेगा, क्योंकि भारत में कुछ समय के लिए चीन के खिलाफ माहौल बना रह सकता है। ग्लोबल टाइम्स ने भारत में काम कर रही चीन की कंपनियों को लिखा है कि मौजूदा हालात देखते हुए वे बैठकर माहौल ठीक होने का इंतजार नहीं कर सकतीं, अगर संभव हो सके तो वे अपने निवेश को दूसरे बाजारों में शिफ्ट करने के बारे मेंं सोचें।
लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून की रात को चीनी सैनिकों ने धोखे से भारतीय सैनिकों के ऊपर कील लगे हुए डंडों से हमला कर दिया जिस वजह से भारतीय सेना के 20 सैनिक शहीद हुए हैं। हालांकि भारतीय सेना ने भी चीनी सैनिकों का डटकर मुकाबला किया और भारतीय सेना की कार्रवाई में चीन के 43 सैनिक मारे गए हैं। चीन के इस विश्वासघात के बाद भारत के साथ उसके रिश्तों में कड़वाहट बढ़ गई है और उसी को ध्यान में रखते हुए चीन अब अपनी कंपनियों से कह रहा है कि वह भारत में निवेश पर रोक लगा दे।