चीन और रूस के बीच बढ़ती सैन्य ताकतें अमेरिका और उसके सहयोगियों के सैन्य वर्चस्व के लिए चुनौती बन सकती हैं। एक वार्षिक रिपोर्ट में यह लिखा गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि, पश्चिमी ताकतों को पहले जो रणनीतिक फायदा मिला करता था अब वह उसके भरोसे नहीं बैठ सकती हैं। (म्यांमार संकट: स्वदेश लौटने वाले पहले जत्थे में 508 हिंदू )
रिपोर्ट में चीन की बढ़ती ताकत के बारे में भी बताया गया है। इंटरनैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ स्ट्रैटिजिक स्टडीज (IISS) द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट- मिलिटरी बैलेंस, 2018 में चेतावनी दी गई है कि चीन और रूस किसी भी तरह के संघर्ष से निपटने की तैयारियों में जुट गए हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चीन शक्तिशाली हथियारों का जखीरा तैयार कर रहा है। IISS डायरेक्टर जनरल डॉ. जॉन चिपमैन ने कहा, पश्चिम में कुछ सरकारें आगे बढ़ने की कोशिश कर रही हैं लेकिन उन्हें सफलता मिलेगी इसकी कोई गारंटी नहीं है। उन्होंने कहा, चीन जिस तरह से हथियार बढ़ाने का काम कर रहा है इससे वह पश्चिमी देशों की बराबरी कर रहा है।