मुल्तान: पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि पाकिस्तान उन देशों में नहीं है जो एक फोन कॉल पर अपनी नीतियां बदल देते हैं। दरअसल, कुछ दिनों पहले चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने एक बयान में कहा था कि दुनिया में कुछ ऐसे देश हैं जो एक फोन कॉल के बाद अपनी पॉलिसी बदल लेते हैं। हाल ही में चीन और पाकिस्तान के बीच के रिश्ते को देखकर माना जा रहा है कि वांग यी का इशारा इस्लामाबाद की तरफ भी था। हालांकि रविवार को विदेश मंत्री कुरैशी ने दावा किया कि वांग पाकिस्तान की बात नहीं कर रहे थे।
क्या कहा था चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने?
तेहरान में ईरान के साथ 400 बिलियन डॉलर का एक अग्रीमेंट साइन करते हुए चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने बेहद महत्वपूर्ण बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि ईरान दूसरे देशों के साथ अपनी नीतियां खुद तय करता है और यह उन देशों में नहीं है जो एक फोन कॉल पर ही अपनी पॉलिसी बदल लेते हैं। उन्होंने साथ ही कहा था कि चीन और ईरान का रिश्ता रणनीतिक और स्थायी है। बता दें कि ईरान और पाकिस्तान के रिश्ते खट्टे-मीठे रहे हैं और विशेषज्ञों का मानना था कि वांग यी ने यह बयान पाकिस्तान के लिए दिया है।
कुरैशी ने कहा, वांग ने नहीं की पाकिस्तान की बात
वांग यी के बयान पर जब पाकिस्तान में भी चर्चा होने लगी तो खुद विदेश मंत्री को आगे आना पड़ा। कुरैशी ने मुल्तान में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चीनी विदेश मंत्री का मतलब पाकिस्तान से नहीं था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा ही भारत के साथ संबंधों को सामान्य बनाने की कोशिश की है और उसका यह दृढ़ विश्वास है कि सभी मुद्दों को बातचीत के माध्यम से हल किया जा सकता है। हालांकि विदेश मंत्री की सफाई के बाद भी चर्चाओं का बाजार गर्म है कि वांग यी की टिप्पणी जिन देशों के बारे में थी उनमें से एक पाकिस्तान भी है।