मे साई (थाईलैंड): थाईलैंड की गुफा से निकाले गए आठ बच्चों का मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य ठीक है। बच्चों ने चॉकलेट खाने की इच्छा भी जाहिर की। अधिकारियों ने बताया कि दो बच्चों को निमोनिया की आशंका है और उनकी जांच की जा रही है। उन्हें एंटीबायोटिक्स दी जा रही हैं। थाईलैंड के लोक स्वास्थ्य मंत्रालय के स्थायी सचिव जेसाडा चोकेडामरोंगसुक ने चियांग राई अस्पताल में बताया, 'बचाए गए सभी आठ बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य ठीक है।'
थाम लुआंग गुफा से बचाए गए बच्चों के अब तक के हालात पर स्पष्ट अपडेट देते हुए उन्होंने बताया, 'किसी बच्चे को बुखार नहीं है।' बच्चों की उम्र 12 से 16 साल के बीच है। गुफा से इन्हें रविवार और सोमवार को निकाला गया जबकि शेष चार बच्चे और उनके कोच 17 रातों से गुफा में फंसे हुए हैं। विशेषज्ञों ने गुफा में फंसने की पीड़ा के चलते उन्हें दीर्घकालिक क्षति होने, उन्हें मानसिक आघात पहुंचने या संक्रमण होने की चेतावनी दी है।
जेसाडा ने बताया कि समूह का एक्स-रे परीक्षण और उनके खून के नमूनों की जांच की गई है। दो बच्चों में निमोनिया के लक्षण मिले हैं, हालांकि उन्हें एंटीबायोटिक्स दिया जा रहा है और वे 'सामान्य हालत में हैं' उन्होंने बताया कि बच्चे खा रहे हैं, चल-फिर रहे हैं और बातचीत भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'जब तक उनके जांच के नतीजे नहीं आते तब तक सभी बच्चों को एक सप्ताह के लिए अस्पताल में रहना होगा। उनमें किसी तरह का बदलाव तो नहीं हो रहा, इस पर नजर रखी जाएगी।'
लोक स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिरीक्षक थोंगचाई लेर्तविलाईरत्नापोंग ने बताया कि रविवार को पहले-पहल बचाए गए चार बच्चे सामान्य एवं सादा भोजन कर रहे हैं। उन्होंने बताया, 'उन्होंने चॉकलेट खाने की इच्छा जाहिर की। हम देख सकते हैं कि सबकुछ ठीक है क्योंकि वे अच्छे से खा-पी रहे हैं।' बच्चों को अस्पताल के अलग कमरे में रखा गया है हालांकि उनके माता पिता उन्हें पारदर्शी शीशे से देख सकते हैं।