बीजिंग: कैंसर पीड़ित चीन के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता लियु शियाओबो की जांच कर रहे अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सकों के एक दल ने रविवार को कहा कि लियु इलाज के लिए विदेश जाने में सक्षम हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने हॉस्टन स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास एमडी एंडरसन कैंसर सेंटर के हवाले से कहा, "किसी भी रोगी की यात्रा में हमेशा जोखिम रहता है, लेकिन दोनों चिकित्सकों का मानना है कि लियु को सुरक्षित चिकित्सीय देखभाल और समर्थन में सुरक्षित रूप से विदेश ले जाया जा सकता है।" (चीनी थिंक टैंक की धमकी? ...तो कश्मीर में भी घुस सकती है तीसरे देश की सेना)
जर्मनी की यूनिवर्सिटी ऑफ हैडेलबर्ग के मारकस बचलर और डिपार्टमेंट ऑफ रेडिएशन ऑन्कोलॉजी के जोसेफ एम. हरमैन द्वारा हस्ताक्षरित बयान के अनुसार, "इलाज के लिए लियु को जल्द से जल्द विदेश जाना चाहिए।"
बयान के अनुसार, "दोनों संस्थान लियु की इलाज के लिए तैयार हो गए हैं और वे उन्हें सर्वश्रेष्ठ हर संभव चिकित्सीय सेवा देने के लिए तैयार हैं।" लेखक लियु को जेल में करीब नौ साल बिताने के बाद अस्थायी रूप से रिहा कर 7 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लियु के खिलाफ देश में एक पार्टी के शासन के खिलाफ अभियान चलकार विध्वंसक कार्रवाई में शामिल होने का आरोप था।