शियामेन: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रविवार को चीन के दक्षिण-पूर्वी शहर शियामेन पहुंचे। मोदी 3 दिवसीय शिखर सम्मेलन से इतर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे। डोकलाम सीमा विवाद के समाधान के बाद मोदी व जिनपिंग की मुलाकात पर सबकी नजर रहेगी। इस विवाद के कारण दोनों देशों की सेनाएं 2 महीने तक आमने-सामने रहीं। PM मोदी ने कहा कि 5 सितंबर को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मेजबानी में होने वाली ब्रिक्स इमर्जिंग मार्केट एंड डेविलपिंग कंट्री डायलाग में वह ब्रिक्स के साझेदारों समेत 9 अन्य देशों के नेताओं के साथ बातचीत को लेकर उत्सुक है।
मोदी ने BRICS पर कहा कि उनके पास ब्रिक्स सम्मेलन के इतर नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने का अवसर है। प्रधानमंत्री ने कहा भारत ब्रिक्स की भूमिका को बहुत महत्व देता है जिसने प्रगति और शांति के लिए अपनी साझेदारी का दूसरा दशक शुरू किया है। उन्होंने कहा कि विश्व में शांति और सुरक्षा को बनाए रखने तथा वैश्विक चुनौतियों से निपटने में ब्रिक्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस साल दोनों नेताओं के बीच यह दूसरी द्विपक्षीय बैठक होगी। पिछली बैठक शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी। दोनों नेताओं की अनौपचारिक बैठक डोकलाम संकट के बीच जुलाई में जर्मनी में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी।
इसके अतिरिक्त मोदी के रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की उम्मीद है। इस शिखर सम्मेलन में दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति जैकब जुमा भी भाग ले रहे हैं। भारतीय नेता ब्रिक्स नेताओं के साथ बिजनेस काउंसिल की बैठक को संबोधित करेंगे। वह मंगलवार की सुबह एक कार्यक्रम 'इमर्जिंग मार्केट्स व डिवेलपिंग कंट्रीज' के संवाद में भाग लेंगे। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद मोदी म्यांमार की यात्रा करेंगे।