ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में आज भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आज द्विपक्षीय वार्ता हुई। 30 मिनट तक चली इसी वार्ता में डोकलाम मुद्दे पर कोई बातचीत नहीं हुई। बैठक में चीन ने कहा कि भारत और चीन दोनों ही बड़े विकासशील देश हैं। पिछले 2 महीनों तक चले भारत और चीन के बीच डोकलाम विवाद को लेकर चीन ने कहा कि विवादों के बावजूद हम भारत के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं। दोनों के बीच पिछले कुछ समय से चले विवादों के बीच चीन ने नरम रुख अपनाया। चीन ने कहा कि पंचशील के 5 सिद्धांतों के तहत हम काम करेंगे। (पीएम मोदी के एक्शन का रिएक्शन पाकिस्तान में, गिराए गए आतंकियों के ऑफिस)
चीन ने वार्ता के दौरान कहा कि पिछले कुछ दिनों से भारत और हमारे बीच हालात बदले हैं। चीन ने कहा कि विवादों के चलते भी भारत और चीन के बीच संबंध मजबूत हैं, इसी के चलते जिनपिंग ने कहा कि चीन सभी मुद्दों पर भारत के साथ खुलकर बातचीत करेगा। इसी के चलते भारत ने भारत ने चीन को ब्रिक्स सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए बधाई दी और पिछली बार गोवा में हुए ब्रिक्स सम्मेलन का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत चीन के साथ द्विपक्षीय बातचीत को लेकर काफी उत्साहित है और इसके लिए बारत ने हमेशा सकारात्मक रूख अपनाया है।
गौरतलब है कि बीते सोमवार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए पांचों देशों से मुहीम की कि वह इसके खिलाफ कड़ा रुख अपनाए। मोदी के मुहीम के बाद पाकिस्तान भी अब दवाब में आ गया है। पाकिस्तान ने खतरनाक आतंकी संगठन जमात उत दावा और फलाह इंसानियत के खिलाफ कार्रवाई की है। जमात उत दावा के लाहौर में दर्जन भर दफ्तरों को बुलडोजर से गिरा दिया गया, यहां तक की उसके सामान को नाले में फेंक दिया गया।