काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रविवार को एक मस्जिद के प्रवेश स्थल को निशाना बनाकर किए गए धमाके में कई नागरिकों की मौत हुई है। तालिबान के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। काबुल की ईदगाह मस्जिद को निशाना बनाकर यह धमाका किया गया, जहां तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद की मां की स्मृति में प्रार्थना का आयोजन किया जा रहा था। इस हमले के लिये किसी ने तत्काल जिम्मेदारी नहीं ली है।
तालिबान के गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि रविवार को यहां एक मस्जिद के प्रवेश स्थल पर हुए बम विस्फोट में कम से कम पांच नागरिकों की मौत हुई है। कारी सईद खोस्ती ने इन मौतों की पुष्टि की है। शुरुआती खबरों से संकेत मिला है कि विस्फोट सड़क के किनारे किया गया। तालिबान के आधिकारिक प्रवक्ता बिलाल करीमी ने कहा कि तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। काबुल की ईदगाह मस्जिद को निशाना बनाकर यह धमाका किया गया, जहां तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद की मां की स्मृति में प्रार्थना का आयोजन किया जा रहा था। मुजाहिद ने बाद में ट्वीट कर दावा किया कि हमले में कई नागरिकों की जान गई है। तालिबान प्रवक्ता बिलाल करीबी ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि हमले में तालिबान लड़ाकों को नुकसान नहीं पहुंचा है। हमले में मारे गए नागरिक मस्जिद के दरवाजे के बाहर खड़े थे। उन्होंने मरने वालों की संख्या नहीं बताई और कहा कि जांच जारी है।
अभी तक किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली जिम्मेदारी
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, जिस मस्जिद में ब्लास्ट हुआ वहां बड़ी संख्या में लोग जुटे थे। फिलहाल काबुल में मस्जिद को निशाना बनाकर किए गए बम धमाके की जिम्मेदारी अभी तक किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली है। तालिबान के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक मस्जिद के बाहर बम धमाका हुआ है, इसमें बड़ी संख्या में नागरिक मारे गए हैं।
तालिबान शासन आने के बाद काबुल में लगातार हो रहे धमाके
हालांकि, अफगानिस्तान में तालिबान का शासन शुरू होने के बाद से ही यह संगठन इस्लामिक स्टेट- खोरासान (आईएस-के) लगातार काबुल और आसपास के इलाकों को निशाना बना रहा है। माना जा रहा है काबुल की मस्जिद के बाहर बम धमाका आईएसआईएस-के (ISIS-K Attacks) यानी इस्लामिक स्टेट-खुरासान ने किया है। ये वैश्विक आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट की अफगानिस्तान शाखा है। आईएसआईएस को तालिबान का कट्टर दुश्मन माना जाता है, जो लगातार तालिबान के खिलाफ हमले कर रहा है।
हालांकि, अगस्त के मध्य में तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह द्वारा किए जाने वाले हमलों में बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में दोनों चरमपंथी समूहों के बीच संघर्ष और गहराने की संभावना बढ़ गई है। आईएस पूर्वी प्रांत नंगरहार में दबदबा रखता है और तालिबान को दुश्मन मानता है। इसने उसके खिलाफ कई हमलों का दावा किया है, जिसमें प्रांतीय राजधानी जलालाबाद में कई हत्याएं शामिल हैं।
काबुल में इटली द्वारा वित्त पोषित एक अस्पताल ने ट्वीट कर बताया कि बम धमाके में घायल 4 लोगों को वहां लाया गया है। मस्जिद के आसपास के इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और बड़ी संख्या में तालिबानी वहां मौजूद थे। बाद में इलाके को खोल दिया गया। धमाके से मस्जिद के प्रवेश द्वार को मामूली नुकसान पहुंचा है। इस हमले के लिये किसी ने तत्काल जिम्मेदारी नहीं ली है।
अगस्त के अंत में काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के बाहर अमेरिका के निकासी प्रयासों को निशाना बनाकर आईएस द्वारा किए गए आत्मघाती हमले के बाद से यह राजधानी को निशाना बनाकर किया गया पहला हमला था। काबुल में हमले बेहद कम रहे हैं लेकिन हाल के हफ्तों में आईएस ने यह दिखाया है कि वह अपने कदम पूर्वी क्षेत्र से आगे राजधानी की तरफ भी बढ़ा रहा है। तालिबानी लड़ाकों ने शुक्रवार को परवान प्रांत में काबुल के उत्तर में आईएस के एक ठिकाने पर छापा मारा। छापेमारी तब हुई, जब आईएस द्वारा किये गए एक बम धमाके में इलाके में मौजूद चार तालिबानी लड़ाके घायल हो गए थे।