काठमांडू: नेपाल में हुए चौथे BIMSTEC सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को थाईलैंड, म्यांमार और भूटान के नेताओं से अलग-अलग द्विपक्षीय मुलाकातें की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी ने थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान ओचा, म्यांमार के राष्ट्रपति विन मिन्त और भूटान की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार दाशो शेरिंग वांगचुक से बातचीत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन नेताओं से मुलाकात करने के बाद ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। इससे पहले गुरुवार को मोदी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना के साथ भी बातचीत की थी।
थाइलैड के प्रधानमंत्री से मोदी की मुलाकात के बाद PMO ने ट्वीट किया, ‘थाईलैंड के प्रधानमंत्री श्री प्रयुत चान ओचा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच काठमांडू में फलदायी बातचीत हुई। उनकी वार्ता भारत और थाईलैंड के बीच द्विपक्षीय सहयोग मजबूत करने पर केंद्रित थी।’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि दोनों ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा की।
मोदी ने म्यांमार के राष्ट्रपति विन मिन्त से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर बात की। मोदी ने ट्वीट किया, ‘हमारी चर्चा व्यापार, ऊर्जा और कई अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित थी।’ प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने भारत और म्यांमार के बीच सहयोग की रफ्तार तेज करने पर चर्चा की। रवीश कुमार ने कहा कि दोनों नेताओं की बताचीत विकास सहयोग, ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर केंद्रित थी।
मोदी ने भूटान की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार दाशो शेरिंग वांगचुक से भी मुलाकात की। मोदी ने ट्वीट किया, ‘भारत, भूटान के साथ स्थायी एवं मजबूत दोस्ती की खुशी मनाता है। आज काठमांडू में, भूटान की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार दाशो शेरिंग वांगचुक के साथ गंभीर बातचीत हुई। इससे पहले प्रधानमंत्री और बिम्स्टेक के अन्य नेताओं ने अनौपचारिक तरीके से लीडर्स रिट्रीट में मुलाकात की। बिम्स्टेक क्षेत्रीय देशों का एक समूह है। भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, श्रीलंका, थाईलैंड, भूटान और नेपाल इसके सदस्य देश हैं। इन देशों में विश्व की 22 फीसदी आबादी रहती है।