नई दिल्ली: भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे पांच जुलाई से तीन दिवसीय दौरे पर भारत आ रहे हैं। वह अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, तोबगे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और दूसरे मंत्री भी गणमान्य अतिथि से मुलाकात करेंगे। मंत्रालय ने कहा कि भारत और भूटान इस साल 50 साल के अपने कूटनीतिक संबंधों का जश्न मना रहे हैं, जो मैत्री व आपसी समझ पर आधारित है। (मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रजाक को भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार किया गया )
मंत्रालय ने कहा है कि तोबगे के दौरे से दोनों पक्षों को आपसी हित व मुद्दों पर चर्चा करने और दोस्ती के अनुकरणीय संबंधों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। भारत भूटान का प्रमुख विकास सहायता भागीदार है। भारत और भूटान के बीच सुरक्षा, सीमा प्रबंधन, व्यापार, पारगमन, आर्थिक, जल विद्युत, विकास सहयोग और जल संसाधन जैसे क्षेत्रों में कई संस्थागत तंत्र हैं।
भारत ने भूटान में कुल 1,416 मेगावॉट की तीन जलविद्युत परियोजनाओं (एचईपी) की स्थापना की है, जो इस समय चालू हालत में हैं और भारत को उनसे पर्याप्त बिजली मिलती है। पैदा होने वाली बिजली का करीब तीन-चौथाई निर्यात किया जाता है और शेष घरेलू स्तर पर इस्तेताल की जाती है। भारत भूटान का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार भी है। साल 2016 में द्विपक्षीय व्यापार 8,723 करोड़ रुपये रहा था। इसमें कुल आयात 5,528.5 करोड़ व निर्यात 3,205.2 करोड़ रुपये रहा था।