जेरूसलम: इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि अमेरिका के सीरिया से सेना वापस बुलाने के फैसले के बावजूद उनकी सरकार अपने रुख पर कायम है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के इस कदम के बावजूद सीरिया संघर्ष के संबंध में इस्राइल अपनी मौजूदा नीति को बनाए रखेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, व्हाइट हाउस के यह कहने के बाद कि अमेरिका अपने सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर चुका है, नेतन्याहू ने रविवार को यह टिप्पणी की।
नेतन्याहू ने साप्ताहिक कैबिनेट बैठक की शुरुआत में कहा, ‘अमेरिका के 2,000 अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने के फैसले से हमारी नीति में बदलाव नहीं होगा। हम सीरिया में ईरान के पैठ बनाने के प्रयासों के खिलाफ काम करना जारी रखेंगे और जरूरत पड़ने पर अपनी गतिविधियां बढ़ाएंगे। मैं उन लोगों को आश्वस्त करना चाहूंगा जो चिंतित हैं। अमेरिका के साथ हमारा सहयोग ऑपरेशन, खुफिया और सुरक्षा संबंधी कई क्षेत्रों में जारी रहेगा।’
सीरिया में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के खिलाफ युद्ध में सहायता के लिए तैनात अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने के आदेश पर हस्ताक्षर कर किए जा चुके हैं। अमेरिकी सेना के एक प्रवक्ता ने रविवार को विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा, ‘सीरिया से वापसी (सैनिकों की) के आदेश पर हस्ताक्षर हो चुके हैं।’ यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्र्रम्प और तुर्की के उनके समकक्ष रजब तैयब एर्दोआन के बीच सहमति के बाद उठाया गया है।