Saturday, November 02, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. विदेश
  3. एशिया
  4. बांग्लादेश: भूस्खलन से पैदा हुआ भोजन और बिजली का संकट, 150 से ज्यादा की मौत

बांग्लादेश: भूस्खलन से पैदा हुआ भोजन और बिजली का संकट, 150 से ज्यादा की मौत

खबरों के अनुसार यह बताया जा रहा है कि भूस्खलन से ग्रस्त जिलों में राहत अभियान में लगे चार सैनिकों की मौत हो गई है। रंगामाती, चटगांव और बंदरबन ऐसे पर्वतीय जिले है जहां निरंतर मानसूनी बारिश से कई जगह भूस्खलन हुए और कई स्थानों पर जलभराव भी हुआ।

IndiaTV Hindi Desk
Updated on: June 15, 2017 19:10 IST
landslide in bangladesh- India TV Hindi
landslide in bangladesh

नई दिल्ली: बांग्लादेश में तेज बारिश होने के कारण दक्षिण-पूर्वी तीन जिलों कॉक्स बाजार, बंदरबन तथा रंगामती में हुए भूस्खलन से कई लोगों की मौत हो गई है। इन जिलों में भूस्खलन से लोगों को भोजन और बिजली जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है। मानसूनी बारिश से हुए भूस्खलनों से 150 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका बताई जा रही है।(बांग्लादेश: भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 137 पहुंची)

खबरों के अनुसार यह बताया जा रहा है कि भूस्खलन से ग्रस्त जिलों में राहत अभियान में लगे चार सैनिकों की मौत हो गई है। रंगामाती, चटगांव और बंदरबन ऐसे पर्वतीय जिले है जहां निरंतर मानसूनी बारिश से कई जगह भूस्खलन हुए और कई स्थानों पर जलभराव भी हुआ। रंगामाती जिला इस भूस्खलन से अधिक प्रभावित हुआ है जो मिजोरम और त्रिपुरा की सीमा से सटा हुआ है। इन जिलों में खाना, बिजली और ईंधन की कमी के कारण अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है।

स्थानीय मी़डिया द्वारा खबर दी गई है कि भूस्खलन से इस इलाके में अधिक क्षति हुई है तथा सड़क सम्पर्क भी टूट चुके है, सामान्य होने में इसे थोड़ा अधिक समय लग सकता है। मौसम विभाग के चटगांव कार्यालय के प्रवक्ता दिजेन रॉय ने कहा कि उन्होंने पिछले 24 घंटों में 131 मिलीमीटर बारिश दर्ज की है। ढाका में बाढ़ का अनुमान करने वाले केंद्र ने बताया कि प्रमुख नदियों में जल का स्तर कॉफी बढ़ चुका है जबकि कुछ नदियां पहले से ही खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।  

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Asia News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement