ढाका: बांग्लादेश ने पड़ोसी देश म्यांमार में हिंसा के चलते देश में आए 4,00,000 से अधिक मुस्लिम रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए 14000 नए आश्रय का निर्माण शुरू किया। बांग्लादेश सरकार ऐसा इसलिए कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि रोहिंग्या एक क्षेत्र में सीमित रहें और पूरे देश में नहीं जाएं। शरणार्थी म्यांमार के राखिन प्रांत में सैन्य कार्रवाई से बचने के लिए 3 सप्ताह से बांग्लादेश आ रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने इस सैन्य कार्रवाई को जातीय सफाए के बराबर बताया है।
म्यांमार का कहना है कि कार्रवाई पिछले महीने उत्तरी प्रांत में आतंकवादियों द्वारा पुलिस पर किए गए भीषण हमले की प्रतिक्रिया है। उसने नागरिकों को निशाना बनाने से इनकार किया है। बांग्लादेश बड़ी संख्या में आए शरणार्थियों को आश्रय मुहैया कराने के लिए संघर्ष कर रहा है। बांग्लादेश संयुक्त राष्ट्र एवं अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों की सहायता से शरणार्थियों के लिए आश्रय का निर्माण कर रहा है।
आपदा प्रबंधन मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ’14,000 अस्थायी आश्रय निर्माण का काम आज कुटुपालंग में शुरू हुआ।’ प्रवक्ता ने कहा कि सेना से उसका निर्माण 10 दिनों में करने के लिए कहा गया है। कॉक्स बाजार शहर के पास स्थित कुटुपालंग उन क्षेत्रों में से एक है जहां बांग्लादेश आश्रय का निर्माण कर रहा है।