ढाका: बांग्लादेश में हिंदुओं और इस्कॉन मंदिर पर हुए हमले के बाद ट्विटर ने बांग्लादेश के इस्कॉन और अन्य कुछ हिंदू संगठनों का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया है। ट्विटर के इस कदम पर इस्कॉन ने नाराजगी जाहिर की है। अकाउंट सस्पेंड होने के बाद इस्कॉन ने कहा है कि हिंसा में हमारे भक्त मारे गए और अब ट्विटर हमारी आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है।
इस्कॉन के प्रवक्ता राधा रमन दास ने ट्वीट करके कहा, "ट्विटर इस बारे में स्पष्ट करना होगा कि उसने @IskconBDH और @unitycouncilBD ट्विटर हैंडल को क्यों सस्पेंड किया है। क्या यह बांग्लादेश सरकार की ओर से ट्विटर पर दबाव का नतीजा है? आपातकाल जैसी स्थिति में हिंदुओं की आवाज क्यों दबाई जा रही है।"
इस हिंसा पर यूएनओ ने भी चिंता जताई है। अमेरिका, रूस, आस्ट्रेलिया सभी जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। दुनिया के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। बताया जा रहा है कि 23 अक्टूबर को, पूरी दुनिया में (लगभग 150 देशों में) सभी इस्कॉन केंद्रों पर और विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन होगा। इसके साथ ही इस्कॉन बांग्लादेश की ओर से राहत सामग्री का वितरण शुरू किया गया है।
बता दें कि बांग्लादेश में हिंदुओं के मंदिरों पर हमले बढ़ गए हैं। दरअसल, इससे पहले दुर्गा पूजा समारोहों के दौरान सोशल मीडिया पर कथित तौर पर ईश निंदा करने वाला एक पोस्ट देखने को मिला था। शनिवार देर रात बांग्लादेश में एक भीड़ ने 66 मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया और कम से कम 20 मकानों को आग के हवाले कर दिया।
कैबिनेट सचिव खांडकर अनवारूल इस्लाम के हवाले से ढाका ट्रिब्यून अखबार ने अपनी खबर में कहा है कि प्रधानमंत्री हसीना ने मंगलवार को साप्ताहिक कैबिनेट बैठक के दौरान गृहमंत्री असदुज्जमान खान को उन लोगों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया जिन्होंने धर्म का इस्तेमाल कर हिंसा भड़काई थी।