ढाका: भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को कहा कि बांग्लादेश को भारत के सभी पड़ोसी देशों के बीच प्राथमिकता हासिल है और दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने युवकों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि युवा दोनों देशों के भविष्य के अगुआ हैं। डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, सुषमा स्वराज ने भारतीय उच्चायोग के चांसरी कंपलेक्स और 71.64 टका करोड़ भारतीय सहायता से बांग्लादेश में 15 अन्य परियोजनाओं के उद्घाटन के बाद एक कार्यक्रम में यह बात कही।
बीडीन्यूज24.कॉम के अनुसार, इन परियोजनाओं के अंतर्गत शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, सूचना प्रोद्यौगिकी, जल आपूर्ति और समाजिक कल्याण शामिल है। पिरोजपुर के दक्षिण भंडारिया उपजिला में 11 जल उपचार संयत्र लगाए जाएंगे जिससे 150,000 नागरिकों को स्वच्छ पेयजल मिल सकेगा। यहां 36 सामुदायिक क्लीनिक भी बनाए जाएंगे। परियोजना में रमना काली मंदिर का पुनिर्निमाण भी शामिल है। 1971 में पाकिस्तानी सेना ने इसे क्षतिग्रस्त कर दिया था। परियोजना के अंतर्गत मंदिर परिसर में पांच तल्ला मेहमान घर, ट्यूब वेल और मंदिर के मुख्य गेट का निर्माण शामिल है।
इस अवसर पर बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए.एच. महमूद अली, स्वास्थ्य मंत्री मोहम्मद नसीम, पर्यावरण और वन मंत्री अनवर हुसैन मंजु, प्रधानमंत्री के राजनीतिक मामलों के सलाहकार एच.टी इमाम, विदेश सचिव एम शाहिदुल हक, ढाका में भारतीय उच्चायुक्त हर्ष वर्धन श्रींगला उपस्थित थे। सुषमा स्वराज रविवार को आधिकारिक यात्रा पर ढाका पहुंचीं और यहां अपने समकक्ष महमूद अली के साथ चौथी भारत-बांग्लादेश संयुक्त सलाहकार आयोग की बैठक में शामिल हुईं और द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की। वह सोमवार को ढाका से भारत रवाना होंगी।