राज्य सभा में नागरिकता संशोधन बिल पर मुहर लगने के बाद अब पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक भेदभाव झेल रहे अल्पसंख्यकों को बड़ी राहत मिली है। लेकिन इस भारत के इस कदम से पड़ौसी देशों में खलबली मची हुई है। इसी बीच लोकसभा और राज्य सभा में गृहमंत्री अमित शाह द्वारा पड़ौसी देशों पर धार्मिक अल्पसंख्यकों से भेदभाव के आरोपों के बाद बांग्लादेश के विदेश मंत्री का बयान आया है। बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमेन ने अमित शााह को बांग्लादेश आने और कुछ दिन गुजारने की सलाह दी है।
बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमेन ने नागरिकता कानून पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दुनिया में बहुत कम ऐसे देश हैं जहां बांग्लादेश जैसी सामाजिक समरसता देखी जा सकती है। यदि वे (अमित शाह) कुछ महीने बांग्लादेश में गुजारें तो वे हमारे देश का सांप्रदायिक सौहार्द्र देख सकते हैं।
बांग्लादेश की मीडिया से बातचीत करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि, "उनके (भारत) अपने देश के भीतर कई समस्याएं हैं। उन्हें आपस में लड़ने दें। यह हमें परेशान नहीं करता है। एक मित्र देश के रूप में, हम आशा करते हैं कि भारत कुछ ऐसा नहीं करेगा जो हमारे दोस्ताना संबंधों को प्रभावित करता है।"