ढाका: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को बांग्लादेश की PM शेख हसीना के नेतृत्व और देश के ‘उल्लेखनीय विकास’ की सराहना की। मुखर्जी बांग्लादेश के 4 दिवसीय निजी दौरे पर हैं। यहां आने के एक दिन बाद उन्होंने हसीना से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि उनके ‘सेवानिवृत्त जीवन’ में किताबें उनकी प्रमुख साथी हैं। मुखर्जी के सम्मान में हसीना के गणभवन आवास पर भोज का आयोजन किया गया था। हसीना के प्रेस सचिव इहसानुल करीम के मुताबिक मुखर्जी ने प्रधानमंत्री से कहा, ‘मैंने लंबे समय तक राजनीति की। अब मैं किताबें पढ़कर वक्त गुजार रहा हूं।’
मुखर्जी ने कहा, ‘भारत के राष्ट्रपति के तौर पर मैं संवैधानिक पद पर था और संसद में भी रहा। सेवानिवृत्ति के बाद अब मेरे पास पढ़ने के लिए पर्याप्त वक्त है।’ शिष्टाचार भेंट से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि हसीना ने पूर्व प्रधानमंत्री की अपने आधिकारिक आवास के प्रवेश द्वार पर अगवानी की। वह यहां अपनी बेटी और कांग्रेस की नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी के साथ आए हैं। अपने दौरे में वह बंगाली साहित्य सम्मेलन में शिरकत करेंगे। दक्षिणपूर्वी पत्तन शहर में सरकारी चटगांव यूनिवर्सिटी द्वारा उन्हें डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि मुखर्जी ने हसीना के नेतृत्व में सामाजिक-आर्थिक क्षेत्रों में बांग्लादेश के उल्लेखनीय विकास की सराहना की और कहा कि इस परिदृश्य के चलते अब देश निवेश के लिहाज से एक आकर्षक स्थल बन गया है। पड़ोसी देश से अपने निजी जुड़ाव का जिक्र करते हुए मुखर्जी ने याद किया कि वर्ष 2013 में भारत के राष्ट्रपति रहते हुए उनका पहला विदेशी दौरा बांग्लादेश का ही था। मुखर्जी (82) वर्ष 2012 से 2017 तक भारत के 13वें राष्ट्रपति रहे।