इस्लामाबाद। पाकिस्तान में भ्रष्टाचार रोधी अदालत ने वर्ष 2008 के महंगे वाहनों से जुड़े मामले में पेश नहीं होने पर पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ मंगलवार (30 जून) को जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया। मामले में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और यूसुफ रजा गिलानी भी आरोपी हैं। जरदारी की तरफ से पेश वकील फारूक नाइक ने अदालत को बताया कि उनके मुवक्किल की उम्र को देखते हुए अदालत में आने पर उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा है। नाइक ने पेशी से छूट देने का अनुरोध किया लेकिन अदालत ने इसे ठुकरा दिया।
अदालत ने उस अर्जी को ठुकरा दिया कि जरदारी (64) कोविड-19 की स्थिति ठीक होने पर पेश हो सकते हैं। जवाबदेही अदालत के न्यायाधीश अशगर अली ने जरदारी के खिलाफ जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया और मामले की सुनवाई 17 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी। पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ मेडिकल पैरोल पर लंदन में हैं। वह भी सुनवाई से गैरमौजूद रहे। पूर्व की सुनवाई में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था।
अदालत ने आदेश दिया है कि उन्हें भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए। गिलानी भी पेश नहीं हो पाए लेकिन अदालत ने उन्हें निजी तौर पर पेश होने से छूट दी थी क्योंकि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। आरोपों के मुताबिक जरदारी और शरीफ ने कार की कीमत का 15 प्रतिशत अदा कर तोशखाने से महंगे वाहन हासिल किए।